नहा जाता। ये स्वयं ही नाट हो जाती है।
4 जितेन नार्गे ने लेखिका को सिक्किम की प्रकृति बारे में, यहाँ की भौगोलिक स्थिति एवं जनजीवन के बारे
में क्या महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी, लिखिए।
सिक्किम भारत से लगता हुआ स्वतंत्र रजवाड़ा था। यह एक ऐतिहासिक व बादशाहों का शहर था।
अत्याधि
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उत्तर : - जितेन नार्गे उस जीप का ड्राइवर था, जिसके द्वारा लेखिका की यात्रा कर रही थी, परंतु वह ड्राइवर की अपेक्षा गाइड की भूमिका अधिक निभा रहा था। जितेन एक समझदार और मानवीय संवदनाओं से युक्त व्यक्ति था। उसने लेखिका को सिक्किम के प्राकृतिक परिदृश्य, भौगोलिक स्थिति और जनजीवन के विषय में निम्न जानकारियां दी :-
(i) प्राकृतिक परिदृश्य - सिक्किम बहुत ही खूबसरत पहाड़ी इलाका है, जहां जगह - जगह पर धूपी के खूबसरत नुकीले पेड़ हैं। वीरान, संकरे, जलेबी की तरह घुमावदार हैं। थोड़ी - थोड़ी दूरी पर झरने बहते हैं।
(ii) भौगोलिक स्थिति - गोंतोक से 149 किमी. की दूरी पर हिमालय की गहनतम घाटियां और फूलों से लदी वादियां y यूमथांग में देखने को मिलती हैं m सिक्किम प्रदेश चीन की सीमा से सटा है। पहले यह स्वतंत्र राजवाड़ा था, परंतु अब थे भारत का अंग है।
(iii) लोगों का जनजीवन - सिक्किम के अधिकतर लोग बौद्ध धर्म को मानते हैं। यहां के लोग बड़े मेहनती हैं, इसलिए गंतोक को ' मेहनतकश बादशाहों का नगर ' कहा जाता है। यहां की स्त्रियां भी कठोर परिश्रम करती हैं। वे स्वेटर बुनती हैं, घर संभालती हैं, खेती करती हैं और पत्थर तोड़ - तोड़ कर सड़कें बनाती हैं।
वे चाय की पत्तियां चुनने बाग में जाती हैं। कई बार बच्चे को पीठ पर बंधी डोको (बड़ी टोकरी) में अपने साथ रखती हैं। यहां की स्त्रियां चटक रंग के कपड़े पहनना पसंद करती हैं और उनका परंपरागत परिधान ' बोकु ' है। बच्चे पढ़ने के लिए तीन - चार किमी. पहाड़ी चढ़कर स्कूल जाते हैं। शाम को वे अपनी माताओं के साथ काम करते हैं। उनका जीवन बहुत श्रमसाध्य है।