औपन्यासिक श्रेणी के क्रम में झाँसी की रानी उपन्यास किस श्रेणी में आता है ? *
Answers
औपन्यासिक श्रेणी के क्रम में झाँसी की रानी उपन्यास श्रेणी में आता है:
श्रेणी में एक मील का पत्थर में आता है।
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का उपन्यास हिंदी लेखक वृंदावनलाल वर्मा द्वारा लिखा गया एक ऐतिहासिक उपन्यास है| इसका प्रथम प्रकाशन सन् 1946 में हुआ। यह उपन्यास 1857 के विद्रोह की आधुनिक व्याख्या भी प्रस्तुत करता है।
लेखक ने इसी शीर्षक से एक नाटक भी लिखा था 1955 में मंचित किया गया था | उपन्यास अधिक प्रसिद्ध हुआ था |
लक्ष्मीबाई के महान त्याग और देश भक्ति की निशानी है| यही स्थान रानी की जीवन-लीला का अंतिम स्थल है , जहाँ रानी के पुरुषों जैसी वीरता का प्रदर्शन कर स्वयं का बलिदान किया था| रानी के इस महान त्याग ने अग्नि में आहुति का काम किया , जिससे लोग अधिक उत्साह से स्वतंत्रता-संग्राम में भाग लेने लगे और रानी की कीर्ति चारों और फ़ैल गई|
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इस समाधि में लिपी हुई है
जलकर जिसने स्वतंत्रता
यह समाधि, यह लघु समाधि है
झाँसी की रानी की।
इस कविता का सारांश या हर अनुच्छेद का अर्थ बताएं। कृपया इसका उत्तर बताएं।