Hindi, asked by ojasviBansal, 11 months ago

पानी के संकट पर दो महिलाओं की बातचीत​

Answers

Answered by dcharan1150
3

पानी के संकट पर दो महिलाओं के बीच बातचित |

Explanation:

कमला - सुजाता, तूने कल घर के लिए कहाँ से पानी लिया ?

सुजाता - दीदी, कल तो मेँ बहुत ही मुसीबत में फस गई थी | नल में कल पानी नहीं आ राहा था और आस-पास कोई दूसरा नलका भी नहीं था | तो, और क्या करती वही मिस वर्मा से दो बाल्टी पानी मांग कर लाई जिससे जरूरी काम हो जाए |

कमला - बड़ी मुश्किल तो हुई होगी बहन ! मुझे भी कल पानी नहीं मिला तो दूर तालाब से पानी भर कर लाना पड़ा |

सुजाता - सुन कर बड़ा ही खेद हुआ दीदी ! वैसे मेंने सुना हैं की, सहर में पानी के लिए काफी ज्यादा राजनीति हो रही हैं |

कमला - हाँ बहन ! राजनीति क्यों नहीं होगा | दिन व दिन सहर में पीने की पानी को लेकर नेताओं के अंदर काफी विवाद चल रहें हैं | वैसे भी जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश का कोई ठिकाना ही नहीं हैं और भू-जल की दशा ही कुछ मत पूछो |

सुजाता - दीदी, अगर ऐसा ही चलता रहा तो देखना हमें आगे च्लुलु भर पानी के लिए भी तरशना पड़ेगा |

कमला - बिलकुल सही कहा बहन तूने | अब भगवान ही कुछ कर सकते हैं |

Answered by Aloneboi26
0

Answer:

पानी के संकट पर दो महिलाओं के बीच बातचित |

Explanation:

कमला - सुजाता, तूने कल घर के लिए कहाँ से पानी लिया ?

सुजाता - दीदी, कल तो मेँ बहुत ही मुसीबत में फस गई थी | नल में कल पानी नहीं आ राहा था और आस-पास कोई दूसरा नलका भी नहीं था | तो, और क्या करती वही मिस वर्मा से दो बाल्टी पानी मांग कर लाई जिससे जरूरी काम हो जाए |

कमला - बड़ी मुश्किल तो हुई होगी बहन ! मुझे भी कल पानी नहीं मिला तो दूर तालाब से पानी भर कर लाना पड़ा |

सुजाता - सुन कर बड़ा ही खेद हुआ दीदी ! वैसे मेंने सुना हैं की, सहर में पानी के लिए काफी ज्यादा राजनीति हो रही हैं |

कमला - हाँ बहन ! राजनीति क्यों नहीं होगा | दिन व दिन सहर में पीने की पानी को लेकर नेताओं के अंदर काफी विवाद चल रहें हैं | वैसे भी जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश का कोई ठिकाना ही नहीं हैं और भू-जल की दशा ही कुछ मत पूछो |

सुजाता - दीदी, अगर ऐसा ही चलता रहा तो देखना हमें आगे च्लुलु भर पानी के लिए भी तरशना पड़ेगा |

कमला - बिलकुल सही कहा बहन तूने | अब भगवान ही कुछ कर सकते हैं |

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