प०.१ पठित पद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए | २.30
विकल-विकल.उन्मन थे उन्मन
विश्व के निदाघ के सकल के जन
आए अज्ञात दिशा से अनंत के घन |
तप्त धरा,जल से फिर
शीतल कर दो
बादल गरजो।
क.कौन विकल और उन्मन थे और क्यों ?
ख.कवि बादलों को अनंत के घन क्यों कहा है ?
ग. कवि बादलों से क्या प्रार्थना कर रहा है और क्यों ?
(खंड-ख)
प्रश्न-२ निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए । २०२=1
के. जार्ज पंचम की नाक पाठ के आधार पर बताएं कि अंत में मूर्तिकार ने
नाक के बारे में क्या सुझाव दिया ?
ख.पाठ में आए किन प्रसंगों से भगत की कबीर पर श्रध्दा का पता चलता है
?
ग. फागुन में ऐसा क्या होता है जो बाकी ऋतुओं से भिन्न होता है ?
Answers
Answer:
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Explanation:
विकल विकल, उन्मन थे उन्मन
विश्व के निदाघ के सकल जन,
आए अज्ञात दिशा से अनंत के घन!
तप्त धरा, जल से फिर
शीतल कर दो –
बादल, गरजो!
इन पंक्तियों में कवि ने तपती गर्मी से बेहाल लोगों के बारे में लिखा है। सभी लोग तपती गर्मी से बेहाल हैं और उनका मन कहीं नहीं लग रहा है। ऐसे में कई दिशाओं से बादल घिर आए हैं। कवि उन बादलों से कहता है कि तपती धरती को अपने जल से शीतल कर दें।अभ्यास
कवि बादल से फुहार, रिमझिम या बरसने के स्थान पर ‘गरजने’ के लिए कहता है, क्यों?
उत्तर: कवि का मानना है कि केवल रिमझिम बारिश से काम नहीं चलने वाला है। कवि तो चाहता है कि प्रचुर मात्रा मे बारिश हो जिससे उसका सबसे अधिक फायदा मिल सके। इसलिए वह बादलों से गरजने के लिए कहता है।
कविता का शीर्षक उत्साह क्यों रखा गया है?
उत्तर: यह कविता उस उत्साह को चित्रित करता है जिस उत्साह से हर भारतीय मानसून का इंतजार और स्वागत करता है। मानसून का हमारी अर्थव्यवस्था और संस्कृति के लिए बहुत महत्व है। इसलिए इस कविता का शीर्षक उत्साह रखा गया है।
कविता में बादल किन-किन अर्थों की ओर संकेत करता है?
उत्तर: इस कविता में बादल कई अर्थों की ओर संकेत करता है; जैसे कि कोई अनगढ़ बालक, कोई नवीन रचना या फिर कोई अनजान दिशा से आया पथिक।
शब्दों का ऐसा प्रयोग जिससे कविता के किसी खास भाव या दृश्य में ध्वन्यात्मक प्रभाव पैदा हो, नाद-सौंदर्य कहलाता है। उत्साह कविता में ऐसे कौन से शब्द हैं जिनमें नाद-सौंदर्य मौजूद है, छाँटकर लिखें।
उत्तर: विद्युत छबि, बज्र, इत्यादि ऐसे शब्द हैं जिससे नाद सौंदर्य का भाव मिलता है।