Hindi, asked by vishnu32gupta, 8 months ago

प्रभात बचपन से ही सुनता आया था कि भाग्य से ज्यादा कर्म पर विक्षाम होना चाहिए पं२तु प्रभात भाग्य को अधिक मानता था । अगले महीने से उसकी वार्षिक परिक्षाए आं२भ होने वालि थी ______ kavita puri kaeo 100 shabd takh​

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Answered by afiyamuskan
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Answer: ok

Explanation:can try

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