प्रश्न 1.
भूस्खलन के संकट से निपटने हेतु प्रबन्धन पर प्रकाश डालिए।
Answers
Explanation:
भूस्खलन के संकट से निपटने हेतु प्रबन्धन:
(1)व्यक्तिगत उपाय
(i)मौजूदा इमारतों में फर्श के स्लैब और बाहरी दीवारों का सुदृढीकरण।
(ii)वर्षा जल के लिए जल निकासी पाइप की स्थापना, ढलान की निकासी।
(iii)उन ढलानों का रोपण, जो गहरे जड़ वाले पेड़ों और झाड़ियों के साथ भूस्खलन की चपेट में हैं।
(2)तकनीकी / जैविक उपाय
(i)ढलान प्रोफाइल के ड्रेनेज और / या ग्रेडिंग कतरनी प्रतिरोध को बढ़ाते हैं
(ii)'ड्राइविंग' अनुभाग में सामग्री को हटाना, या 'ब्रेकिंग' अनुभाग में सामग्री जमाव, फिसलने वाले शरीर के आगे वंश को रोक सकता है
(ii)सुरक्षात्मक वन
Answer:
भूस्खलन के संकट से निपटने हेतु प्रबन्धन
Explanation:
प्राकृतिक आपदाओं के कुशल प्रबंधन में देश के प्रयासों में सहायता प्रदान करने हेतु इसरो ने व्यापक अंतरिक्ष आधारित आपदा प्रबंधन सहायता (डी.एस.एस.) कार्यक्रम विकसित किया है और संबंधित मंत्रालयों/एजेंसियों के सहयोग से उसे संस्थापित किया है। डी.एम.एस. कार्यक्रम बाढ़, चक्रवात, सूखा, दावानल, भूस्खलन एवं भूकंप जैसी आपदाओं का समाधान करता है। मौसमविज्ञानीय एवं संचार उपग्रहों तथा हवाई सर्वेक्षण प्रणाली के साथ-साथ भूप्रेक्षण उपग्रह आपदा प्रबंधन हेतु समयबद्ध सहायता एवं सेवाएं मुहैया कराने हेतु आधार बनते हैं।
भूस्खलन रोकने के लिए अधिक से अधिक पौंध लगाने से भी भूस्खलन कम किया जा सकता है|
प्रबन्धन कई स्तर पर होते हैं
केन्द्रीय स्तर पर प्रबन्धन
राज्य स्तर पर प्रबन्धन
जिलास्तर पर प्रबन्धन