प्रश्न 6.
सरदार भगतसिंह एक मह्मन मंतिकारी थे। समझाइए।
Answers
‘भगत सिंह’ भारत की स्वाधीनता संग्राम के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे इसमें कोई शक नहीं वह क्रांतिकारी विचारों से ओतप्रोत युवक थे और क्रांति के द्वारा स्वाधीनता पाने के हिमायती थे। भगत सिंह का जन्म पंजाब में हुआ था, बचपन में उनके मन पर जलियांवाला बाग हत्याकांड से गहरा प्रभाव पड़ा था और अंग्रेजों के प्रति उनके मन में आक्रोश की भावना थी।
जब साइमन कमीशन का विरोध देशभर में शुरू हुआ तो लाला लाजपत राय के नेतृत्व में एक जुलूस निकाला गया जिस पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। इस घटना ने भगत सिंह को बहुत आहत किया और उनके मन में अंग्रेजों को सबक सिखाने और उनसे बदला लेने की भावना आई और उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर अंग्रेज अफसर सांडर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। भगत सिंह ने दिल्ली विधानपरिषद के केंद्रीय हॉल में बम भी फेंका था ताकि अंग्रेज लोग चेत जायें। वो बम फेंककर भी भागे नहीं बल्कि वहीं पर रहे इस प्रकार वो पकड़ लिए गए। उनपर तथा उनके साथियों पर मुकदमा चलाया गया और 23 मार्च 1931 को उन्हें राजगुरु और सुखदेव के साथ फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। इस प्रकार भारत के स्वाधीनता संग्राम का यह महान युवा स्वतंत्रता सेनानी हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गया।
भगत सिंह का नारा था ‘इंकलाब जिंदाबाद’।