प्रश्न 8.
वर्तमान समय में कृषि पाराशर ग्रंथ की सहायता से किस प्रकार फसल के अपादन में वृद्धि की जा सकती है? अपनी कल्पनानुसार प्रक्रिया लिखिए।
Answers
‘महर्षि पाराशर‘ द्वारा लिखा गया ‘कृषि पराशर’ नामक ग्रंथ कृषि के क्षेत्र में एक अनमोल ग्रंथ है। यह ग्रंथ कृषि के विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डालता हुआ कृषि में फसल के उत्पादन को कैसे बढ़ाया जाए, इस बात का विस्तार और सूक्ष्म रूप से विवेचन करता है। इस ग्रंथ की सहायता से हम कृषि में फसल उत्पादन में वृद्धि कर सकते हैं।
कृषि पराशर ग्रंथ किसानों के लिए कृषि पंचांग की तरह कार्य करता है। इसके साथ ही यह किसानों के लिए कृषि के क्षेत्र में मार्गदर्शक भी है। इस ग्रंथ में यह बताया गया है कि कृषि कार्य कब और कैसे शुरू करना चाहिए। कब और कौन सी फसल खेतों में उगानी चाहिए कृषि के कार्य में हम जिन पशुओं की सहायता लेते हैं उन पशुओं के साथ हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए। ताकि वह पशु हमारे लिए अधिक से अधिक उपयोगी हो सकें। इसके अंत में यह भी बताया गया है कि अतिवृष्टि-अनावृष्टि से कैसे बचा जाये। वर्षा होने की संभावना का आकलन कैसे किया जाए। मौसम संबंधी अन्य जानकारियों को कैसे जुटाया जाए। गौशाला का निर्माण किस तरह किया जाए तथा उनका रखरखाव किस तरह किया जाए। गौशाला में पाली जाने वाली गायों की देखभाल कैसे की जाए। मौसम के पूर्वानुमान के संबंध में वायु की गति का मापन कैसे किया जाए।
इस ग्रंथ में उल्लिखित इन सारी तकनीकी बातों का पालन कर हम कृषि उत्पादन में वृद्धि कर सकते हैं।