पौधों में उत्सर्जन तंत्र अधिक विकसित नहीं होता क्यों
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Answer:
पौधों एवं प्राणियों दोनों में उत्सर्जन की क्रिया होती है परन्तु पौधों में कोई विशेष उत्सर्जन-अंग या तंत्र नहीं होता है अतः पौधे अपने उत्सर्जी पदार्थ पत्तियों, छालों, फलों, बीजों के माध्यम से शरीर से निष्कासित कर देते हैं। प्राणियों में सभी उत्सर्जी पदार्थों के शरीर से बाहर निकालने की लिए उत्सर्जी अंग पाए जाते हैं।
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Answer:
जानवरों की तुलना में, पौधों में नाइट्रोजनयुक्त अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए एक अच्छी तरह से विकसित उत्सर्जन प्रणाली नहीं होती है। यह उनके शरीर विज्ञान में अंतर के कारण है। ... पौधे कचरे को अपनी पत्तियों या छाल में भी जमा करते हैं। इन कचरे को समय-समय पर हटा दिया जाता है क्योंकि पत्ते और छाल गिर जाते हैं।
Explanation:
उत्सर्जन पौधों और जानवरों दोनों में होता है, लेकिन क्योंकि पौधों में एक अलग उत्सर्जन अंग या प्रणाली की कमी होती है, उत्सर्जन रसायनों को पत्तियों, छाल, फलों और बीजों के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। जंतुओं में उत्सर्जी अंग होते हैं जो शरीर से सभी उत्सर्जी पदार्थों को समाप्त कर देते हैं।