Hindi, asked by AishwaryaBagare, 1 year ago

pls give a short speech about independence day india 2018 in hindi...

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Answered by Vanshdua
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स्वतंत्रता दिवस पर भाषण – 15 August Independence Day speech

मेरे सभी आदरणीय आदरणीय अध्यापकगण, अभिभावको और प्यारे मित्रों को सुबह का प्रणाम (नमस्कार)। इस महान राष्ट्रीय अवसर को मनाने के लिये आज हम लोग यहाँ इकठ्ठा हुए है। मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देता हूँ।

जैसा कि हम जानते है कि स्वतंत्रता दिवस हम सभी के लिये एक मंगल अवसर है। हम सब इस दिन को इसलिए मनाते है क्योकि 15 अगस्त 1947 को ही हमारा देश आज़ाद हुआ था, और ब्रिटिश राज से हमें मुक्ति मीली थी। आज हम यहाँ 70 वा स्वतंत्रता दिवस मनाने इकठ्ठा हुए है।

आज का दिन सभी भारतीय नागरिकों के लिये बहुत महत्वपूर्ण दिन है। और यह इतिहास में सदा के लिये उल्लिखित हो चुका है।

नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पंडित जवाहरलाल नेहरु ने भाषण दिया था। जब पूरी दुनिया के लोग सो रहे थे, ब्रिटीश शासन से जीवन और आजादी पाने के लिये भारत में लोग संघर्ष कर रहे थे। अब, आज़ादी के बाद, दुनिया में भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। हमारा देश विविधता में एकता के लिये प्रसिद्ध है। भारतीय लोग हमेशा अपनी एकता से जवाब देने के लिये तैयार रहते है।

बड़ी ख़ुशी से हमारे पुरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यह सभी भारतीयों के लिये बेहद महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह दिन हमें मौका देता है उन महान स्वतंत्रता सेनानीयों को याद करने का जिन्होंने हमें एक शांतिपूर्ण और खूबसूरत जीवन देने के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी। आजादी से पहले, लोगों को पढ़ने-लिखने की, अच्छा खाने की और हमारी तरह सामान्य जीवन जीने की आज्ञा (Permission) नही थी। अपने अर्थहीन आदेशों की पूर्ति के लिये अंग्रेजों द्वारा भारतीयों के साथ गुलामों से भी ज्यादा बुरा बर्ताव किया जाता था।

भारत की आजादी के पहले दिन को याद करने के लिये हम हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते है साथ ही साथ उन सभी महान लोगों याद करते है। जिनके कठिन संघर्षों की वजह से हम अपनी आजादी का उपभोग करने लायक बने है और अपनी इच्छा से खुली हवा में साँस से सकते है।

अंग्रेजों से आजादी पाना हमारे पूर्वजो के लिये बेहद असंभव कार्य था लेकिन हमारे पूर्वजो ने लगातार प्रयास करके इसे प्राप्त कर लिया। हम उनके किये कार्य को कभी भूल नहीं सकते और हमेशा उन्हें याद करते रहेंगे। केवल एक दिन में सभी स्वतंत्रता सेनानीयों के कामों को हम याद नहीं कर सकते लेकिन दिल से उन्हें सलामी जरुर दे सकते है। वो हमेशा हमारी यादों में रहेंगे और पूरे जीवन के लिये प्रेरणा का कार्य करेंगे।

आज सभी भारतीयों के लिये बहुत महत्वपूर्ण दिन है जिसको हम महान भारतीय नेताओं के बलिदानों को याद करने के लिये मनाते है, जिन्होंने देश की आजादी और समृद्धि के लिये अपना जीवन दे दिया। भारत की आजादी मुमकिन हो सकी क्योंकि सहयोग, बलिदान और सभी भारतीयों की सहभागिता थी। हमें महत्व और सलामी देनी चाहिये उन सभी भारतीय नागिरकों को क्योंकि वो असली राष्ट्रीय हीरो थे।

भारत के कुछ महान स्वतंत्रता सेनानीयो में बाल गंगाधर तिलक, महात्मा गांधी जी, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, जवाहरलाल नेहरु, खुदीराम बोस, चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, लाला लाजपत राय इत्यादि। ये सभी प्रसिद्ध देशभक्त थे जिन्होंने अपने जीवन के अंत तक भारत की आजादी के लिये कड़ा संघर्ष किया। हम लोग हमारे पूर्वजों द्वारा किये गए संघर्ष के उन डरावने पलों की कल्पना भी नहीं कर सकते।

आजादी के इतने वर्षों बाद भी आज हमारा देश विकास के सही राह पर है। आज हमारा देश पूरी दुनिया में लोकतांत्रिक देश के रुप में अच्छे से स्थापित है।

महात्मा गांधी जी एक महान नेता थे जिन्होंने अहिंसा और सत्याग्रह जैसे आजादी के असरदार तरीकों के बारे में हमें बताया। अहिंसा और शांति के साथ स्वतंत्र भारत के सपने को गाँधीजी ने ही देखा था।

भारत ही हमारी मातृभूमि है और हम आज़ाद भारत के आज़ाद नागरिक है। हमें हमेशा बुरे लोगो से अपने देश की रक्षा करते रहनी चाहिये। ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने देश को आगे की ओर ले जाये और इसे दुनिया का सबसे अच्छा देश बनाये।

आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाये, आशा करते है की हमारा देश हर साल हर क्षेत्र में विकास करता रहे ताकि पूरी दुनियाँ को हमपर एक दिन गर्व हो।

जयहिन्द, जयभारत

Answered by MavisRee
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स्वंत्रता दिवस :

भारत के इतिहास में स्वंत्रता शब्द स्वर्णाक्षरों में लिखा जाने वाला है Iकितने लोग शहीद हुए   ,कितने लोगों ने कुर्बानियां दी तब कहीं जाकर  महात्मा गांधी ,नेहरु  सरदार पटेल इत्यादि के सहयोग से 15 अगस्त 1948 को देश आजाद हुआ Iगरम देल के सारे नेताओं ने  अपने आप  को  स्वंत्रता के  बलि  बेदी में झोंख दिया I कवियों ने आह्वाहन किया :

;हिमाद्री त्रिंग-श्रिंग से ,प्रबुद्ध शुद्ध भारती I

स्वयं प्रभा समुज्ज्वला ,स्वंत्रता पुकारती II

हम नित्य प्रति देश के राष्ट्र के नारे बुलंद करते हैं Iलेकिन इन नारों के लिए कुछ नहीं करते सिर्फ आवाज़ बुलंद करने से नहीं  होगा, काम भी करना होगा I 26 जनवरी 15 अगस्त को राष्ट्र के नाम लंबा चौड़ा सन्देश प्रसारित होता है I हम टीवी पर उसे देखते हैं सुनते हैं  ,लेकिन ज़रा भी उसपर ध्यान नहीं देते Iइन तथ्यों पर काफी जोर शोर से तैयारियां होती हैं Iकरोड़ों रुपये खर्च होते हैं लेकिन जहाँ खर्च होना चाहिए  परिणाम कुछ भी नहीं Iपूरा देश सिर्फ राष्ट्रपति या प्रधानमन्त्री नहीं चला सकते पूरे भारत वासियों को आगे आना पड़ेगा Iएक जुट होकर जब तक  राष्ट्रवाद के लिए सच्चा प्रण न लें तो देश के लिए कुछ नहीं कर पायेंगे I है घर को अपना देश समझा जाए और हर व्यक्ति स्वयं को भारत समझे I तो देखिये कितनी प्रगति होती है I

"जो आज़ादी हमने खोयी थी ,वो दे गए स्वंत्रता  

आज राष्ट्र वाद के प्रति ,रखो उदार मानवता  

मानवता मानव के ह्रदय से नहीं जानी चाहिए मानवता रहेगी तो विवेकपूर्ण फैसले होंगे और हमारा राष्ट्र मजबूती से बना रहेगा I


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