"Question 1 नीचे दिए गए दोहों में बताई गई सच्चाइयों को यदि हम अपने जीवन में उतार लें तो उनके क्या लाभ होंगे? सोचिए और लिखिए- (क) तरुवर फल...................सचहिं सुजान|| (ख) धरती की-सी...................यह देह||
Class 7 - Hindi - रहीम के दोहे Page 85"
Answers
१. यदि हम पेड़ों और सरोवरों के समान पर उपकारी बन जाएं तो हमारी संचय की प्रवृत्ति समाप्त हो जाएगी।
२. जीवन में स्वार्थ भाव समाप्त हो जाएगा।
३. गरीब अमीर का भेद भाव मिट जाएगा।
४. मन में पूर्ण रुप से संतोष का भाव उत्पन्न हो जाएगा।
५. बेईमानी का भाव नष्ट हो जाएगा।
ख)
१. जीवन में किसी भी कष्ट को आसानी से सहन कर सकेंगे।
२. सुख-दुख में एक समान रहेंगे।
३. कोई लालच नहीं रहेगा।
४. सहनशक्ति बढ़ जाएगी।
५. भय बिल्कुल नहीं रहेगा।
प्रश्न 1.
नीचे दिए गए दोहों में बताई गई सच्चाइयों को यदि हम अपने जीवन में उतार लें तो उसके क्या लाभ होंगे? सोचिए
और लिखिए
(क) तरुवर फल ……..
……………. संचहिं सुजान।
(ख) धरती की-सी ………….
……. यह देह॥
Explanation:
उत्तर-
(क) इस दोहे के माध्यम से रहीम यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि वृक्ष अपने फल नहीं खाते और सरोवर अपना जल नहीं पीते उसी प्रकार सज्जन अपना संचित धन अपने लाभ के लिए उपयोग नहीं करते। उनका धन दूसरों की भलाई में खर्च होता है। यदि हम इस सच्चाई को अपने जीवन में उतार लें, अर्थात् अपना लें तो अवश्य ही समाज का कल्याणकारी रूप हमारे सामने आएगा और राष्ट्र सुंदर रूप से विकसित होगा।
(ख) इस दोहे के माध्यम से रहीम बताने का प्रयास कर रहे हैं कि मनुष्य को धरती की भाँति सहनशील होना चाहिए। यदि हम सत्य को अपनाएँ तो हम जीवन में आने वाले सुख-दुख को सहज रूप से स्वीकार कर सकेंगे। अपने मार्ग से कभी विचलित नहीं होंगे। हम हर स्थिति में संतुष्ट रहेंगे। हमारे मन में संतोष की भावना आएगी।