"Question 1 निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए - ..... वह तो एक आदर्शवादी भावुक कवि था, जिसे अपार संपत्ति और यश तक की इतनी कामना नहीं थी जितनी आत्म-संतुष्टि के सुख की अभिलाषा थी।
Class 10 - Hindi - तीसरी कसम के शिल्पकार �... Page 95"
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यहां लेखक का आशय यह है कि शैलेंद्र ने तीसरी कसम फिल्म का निर्माण धन-संपत्ति कमाने और यश प्राप्त करने के उद्देश्य नहीं किया था। उनका इस फिल्म को बनाने का कारण आत्म संतुष्टि के सुख को पाने की इच्छा थी। शैलेंद्र एक भावुक और आदर्शवादी कवि थे। उन्हें धन और यश की कोई इच्छा नहीं थी अपितु वे तो समाज को एक साफ-सुथरी अच्छी फिल्म देना चाहते थे। वह तो इस बात की संतुष्टि पाना चाहते थे कि उन्होंने अच्छी फिल्म बनाई ।
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Explanation: nikitasingh inka answer baraber hai wohi likho
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