"Question 11 प्राय: अभिभावक बच्चों को खेल-कूद में ज़्यादा रूचि लेने पर रोकते हैं और समय बरबाद न करने की नसीहत देते हैं बताइए − (क) खेल आपके लिए क्यों ज़रूरी हैं । (ख) आप कौन से ऐसे नियम-कायदों को अपनाएँगे जिससे अभिभावकों को आपके खेल पर आपत्ति न हो ।
Class 10 - Hindi - सपनों के-से दिन Page 31"
Answers
जीवन में खेल का बहुत महत्व है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए खेल बहुत जरूरी है। स्वस्थ शरीर वाला व्यक्ति ही संसार के सभी सुखों को प्राप्त कर सकता है। खेलकूद से शरीर ही स्वस्थ नहीं रहता अपितु उसका बौद्धिक विकास भी होता है। इससे मनुष्य को मानसिक थकावट नहीं होती शरीर में शक्ति आती है शिथिलता और आलस्य दूर भागता है। खेलने से बच्चों में एकता की भावना का भी विकास होता है। उनमें मिलजुल कर रहने की आदत का विकास होता है। दूसरे बच्चों के साथ खेलने से बच्चे अकेलेपन का शिकार नहीं होते। खेल से बच्चों में नेतृत्व ,अनुशासन ,धैर्य ,सहनशीलता ,मेलजोल, सहयोग आदि के गुण अपने आप ही विकसित हो जाते हैं। इसलिए बच्चों के लिए खेल बहुत आवश्यक है।
ख)खेल से बच्चों का शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास होता है। परंतु अभी खेलना बच्चों के भविष्य के लिए खतरनाक है। इसलिए बच्चों के लिए कुछ ऐसे नियम बनाने चाहिए जिससे उनकी खेलने और पढ़ाई में संतुलन बना रहे। बच्चों को खेलने का समय निर्धारित करना चाहिए। खेलने से पहले उन्हें अपना स्कूल का होमवर्क समाप्त कर लेना चाहिए। इससे माता-पिता को भी उनके खेलने से कोई परेशानी नहीं होगी। खेलने के बाद कुछ शारीरिक थकावट अवश्य होती है परंतु कुछ देर आराम करने के बाद शरीर और दिमाग ताजगी से भर जाते हैं। उस समय स्कूल से मिले अन्य कार्य पूरे किए जा सकते हैं। तथा माता-पिता के कार्य में उनकी सहायता भी की जा सकती है। बच्चों को ऐसे खेल खेलने चाहिए दिन में चोट लगने का डर ना हो और उन्हें उस खेल से कुछ सीख मिले। उन्हें सड़क के बीच में नहीं खेलना चाहिए। फिर ऐसे ना हो जिनसे उन्हें दूसरे बच्चों को कोई नुकसान पहुंचे। खेलने के लिए खुले स्थान का चुनाव करना चाहिए जो घर से भी अधिक दूर न हो। यदि बच्चे अपने बनाए नियमों का उचित तरीके से पालन करेंगे तो माता पिता भी उनको खेलने से मना नहीं करेंगे। माता-पिता को भी पता होता है कि खेलने से बच्चों में शारीरिक ,मानसिक और बौद्धिक गुणों का विकास होता है।
================================================================
Hope this will help you...
Answer:
MARK ME AS BRAINLIEST
Explanation:
1. खेल प्रत्येक उम्र के बच्चे के लिए जरूरी हैं। खेल की बच्चे के शारीरिक-मानसिक विकास में अहम भूमिका होती है। खेल बच्चे की सोच को विस्तृत तथा विकसित करते हैं। इनसे बच्चे में सामूहिक रूप से काम करने की भावना का संचार होता है। बच्चे में प्रतिस्पर्धा तथा प्रतियोगिता हेतु आगे बढ़ने की होड़ और दौड़ में भाग लेने की इच्छा पैदा होती है। खेलों में भाग लेने से बच्चे को अपना तथा अपने देश का नाम रोशन करने का सुअवसर प्राप्त होता है।
2. मैं अपने अभिभावकों के लिए वही नियम और कायदों को अपनाऊँगा, जिनसे उनकी भावनाओं को ठेस न पहुँचे इसलिए मैं समय पर खेलूंगा और समय पर खेलकर वापस आऊँगा। खेलने के साथ पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दूंगा। मैं खेलने में उतना ही समय खर्च करूँगा, जितना आवश्यक होगा। अर्थात् मैं केवल वही नियम और कायदे अपनाऊँगा, जिनसे मेरे अभिभावकों को सुख-शांति मिलेगी।