Question 8:
भाव और भाषा की दृष्टि से आपको यह कविता कैसी लगी? उसका वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter ग्राम श्री
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ग्राम श्री भारतीय गांवों में सब जगह फैली प्राकृतिक शोभा की सुंदर झांकी हैं। वसंत के आगमन पर पेड़ पौधों का हरा भरा रूप सबके मन को मोह लेता है। लहलहाती फसलें जहां पेट भरने का आधार बनती है वही मन और आंखों को तृप्ति भी प्रदान करती हैं। यह कविता कल्पना के आधार पर नहीं है बल्कि सत्य का चित्रण करती है। सूर्य की उजली धूप में खेतों की मखमली शोभा और अधिक बिखर जाती है। नीले आकाश के नीचे हवा में हिलती हुई फसलें ऐसी प्रतीत होती हैं जैसे वह योवन को पाकर मस्ती में झूमने लगी हो। सरसों के पीले पीले फूलों की बहार, अरहर और सनई की स्वर्णिम किंकिणियां और अलसी की नीली कलियां हरी भरी धरती पर अनूठी प्रतीत होती है। मटर के खेतों में रंग-बिरंगे फूलों पर रंग बिरंगी तितलियां हर पल मंडराती रहती है ।आम के पेड़ बौर से लद जाते हैं; कोयले कूकने लगती है; कटहल महक उठते हैं ;जामुन फूल उठते हैं; अमरूदों पर लाल लाल चिति्तयां पड़ जाती है तथा तरह तरह की सब्जियां अपनी शोभा बिखरने लगती है। गंगा के किनारे तरबूज की खेती लहलहाती है, तो जलीय पक्षी अपनी मस्ती में क्रीड़ा करते दिखाई देते हैं। कवि ने प्राकृतिक रंगों को अति स्वाभाविक रूप से प्रस्तुत करने में सफलता पाई है। खड़ी बोली में रचित कविता में तत्सम शब्दावली का लिए प्रयोग किया गया है। छंद बद्ध कविता में लयात्मकता की सृष्टि हुई है। निश्चित रूप से भाव और भाषा की दृष्टि से ‘ग्राम श्री’ श्रेष्ठ कविता है जिसमें चित्रात्मकता का गुण विद्यमान है ।यह प्रकृति का चित्रण करने वाला रंग-बिरंगा चित्र है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
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कविता में गंगा किनारे के एक खेत का मनोहारी चित्रण किया गया है । कविता का सार इस प्रकार है :
खेतो में दूर दूर तक हरियाली फैली हुई है । सूर्य की किरणे छाई हुई है । तिनको में हरियाली की चमक है । धरती पर नीला आकाश झुका हुआ है । सारी धरती रोमांचित है । जौ और गेहूं में बालियाँ आई हुई है । अरहर और सन की सुंदर किंकनिया उग आई है ।
चारो और पिली सर्सो है । हवा में तैलीय गंध छा गयी है ।
रंग बिरंगे फूलो के बिच मटर की फसल खिली हुई है । उन पर विविध रंगो की तितलियाँ मंडरा रही है । आम के पेड़ो की डालियों पर सुनहरी मंजरियाँ आ गयी है ।
हरियाली मानो हँसमुख सी मनोरम सी है । सर्दी की धूप सुहानी है । वहाँ की कोमल शान्ति अपनी शोभा से जन मन को हर लेती है ।
#Be Brainly !!
खेतो में दूर दूर तक हरियाली फैली हुई है । सूर्य की किरणे छाई हुई है । तिनको में हरियाली की चमक है । धरती पर नीला आकाश झुका हुआ है । सारी धरती रोमांचित है । जौ और गेहूं में बालियाँ आई हुई है । अरहर और सन की सुंदर किंकनिया उग आई है ।
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रंग बिरंगे फूलो के बिच मटर की फसल खिली हुई है । उन पर विविध रंगो की तितलियाँ मंडरा रही है । आम के पेड़ो की डालियों पर सुनहरी मंजरियाँ आ गयी है ।
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