रोग कितने तरह के होते हैं ? संक्रामक रोगों के बारे में जानकारी दीजिए।
Answers
Answer:
रोग अर्थात अस्वस्थ होना। यह चिकित्साविज्ञान का मूलभूत संकल्पना है। प्रायः शरीर के पूर्णरूपेण कार्य करने में में किसी प्रकार की कमी होना 'रोग' कहलाता है। जिस व्यक्ति को रोग होता है उसे 'रोगी' कहते हैं। हिन्दी में 'रोग' को 'बीमारी' , 'रुग्णता', 'व्याधि' भी कहते हैं।
कारकों के अधार पर रोग 2 प्रकार के होते हैं - जैविक (biotic / जीवाणुओं से होने वाले रोग) तथा अजैविक (abiotic / निर्जीव वस्तुओं से होने वाले रोग)
संक्रामक रोग, रोग जो किसी ना किसी रोगजनित कारको (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोज़ोआ, कवक, जीवाणु, वाइरस इत्यादि के कारण होते है। संक्रामक रोगों में एक शरीर से अन्य शरीर में फैलने की क्षमता होती है। मलेरिया, टायफायड, चेचक, इन्फ्लुएन्जा इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं।
जैविक रोगकारक - कवक (फंगी), जीवाणु (बैक्टीरिया), विषाणु (वाइरस), माइकोप्लाज्मा
अजैविक कारक - ताप, आर्द्रता, नमी
जीवों के शरीर की प्रणाली में किसी तरह का दोष उत्पन्न हो जाने पर शरीर के किसी तंत्र या अंग का भली-भाँति कार्य न करने को रोग कहते हैं।
रोग दो प्रकार के होते हैं...
- अर्जित या संक्रामक रोग
- अनुवांशिक रोग
संक्रामक रोग के बारे में वर्णन —
संक्रामक रोग शरीर में अचानक उत्पन्न होते हैं। अधिकतर संक्रामक रोगों की रोकथाम या निदान संभव है। ये रोग विषाणु, जीवाणु या अलग-अलग तरह के कवकों द्वारा फैलते हैं। जैसे सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी, मलेरिया, हैजा, टाइफाइड, निमोनिया, तपेदिक आदि। संक्रामक रोगों का फैलाव प्रत्यक्ष संपर्क या अप्रत्यक्ष संपर्क द्वारा होता है। प्रत्यक्ष संपर्क से फैलने वाले रोग सर्दी-जुकाम, खाँसी, दाद, खाज, टीवी आदि प्रत्यक्ष संपर्क से फैलने वाले रोग हैं। जबकि हैजा, मलेरिया, पेचिश आदि अप्रत्यक्ष संपर्क से फैलने वाले लोग हैं।
संक्रामक रोग के फैलने के निम्न कारण हो सकते हैं...
वायु के द्वारा फैलने वाले रोग — चेचक, खसरा, छोटी माता, टीबी आदि रोग के विषाणु वायु के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते हैं।
खाद्य पदार्थों के द्वारा फैलने वाले रोग — हैजा, मलेरिया, पोलियो, पेचिश आदि रोग खाद्य पदार्थों के द्वारा पहनते हैं। खाद्य पदार्थ ऐसे रोगों को फैलाने वाले विणाणुओं से दूषित हो जाती हैं और उस खाद्य पदार्थ का उपयोग करने वाले लोगों तेजी से उस रोग से संक्रमित होते चले जाते हैं।
मच्छरों या अन्य कीटों के काटने से फैलने वाले रोग — मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि रोग मच्छरों के काटने से फैलते हैं।
रोगी के संपर्क में आने से फैलने वाले रोग — यदि कोई रोगी किसी रोग से ग्रस्त है, तो उसके द्वारा उपयोग की गई वस्तुओं के संपर्क में आने से दूसरे व्यक्ति में भी वो रोग फैल जाता है। जैसे कि उस व्यक्ति के बिस्तर, बर्तन, कपड़े आदि रोग से संक्रमित हो सकते हैं और वह उपयोग करने पर दूसरे व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकते हैं।