राज्ससभा का गठन, राज्यसभा के सदस्यों की योग्यताएँ तथा कार्यकाल के बारे में व्याख्या करें।
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Answer:
राज्यसभा संसद का द्वितीय व उच्च सदन होता है। यह एक स्थाई सदन है, इसके गठन की प्रक्रिया इस प्रकार है।
सदस्य संख्या और निर्वाचन पद्धति — भारत की संसद उच्च सदन व स्थाई राज्य सभा के सदस्यों की संख्या अधिकतम 250 की हो सकती है। फिलहाल इसमें 245 सदस्य होते हैं। इन 245 सदस्यों में से 12 सदस्यों को राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है। ये सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान, समाज-सेवा या खेल के क्षेत्र से जुड़े होते हैं। बाकी सदस्य सदस्य संघ की इकाइयों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन सदस्यों का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से किया जाता है अर्थात इन्हें लोकसभा के सदस्यों के बाद की भांति प्रत्यक्ष रूप से नहीं चुना जाता। इन सदस्यों का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व की एकल संक्रमणीय पद्धति के अनुसार संघ के विभिन्न राज्यों और संघीय क्षेत्रों की विधानसभा के सदस्यों द्वारा किया जाता है।
राज्य सभा के सदस्यों की योग्यताएं — राज्यसभा के सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु 30 वर्ष है। वह भारत का नागरिक होना चाहिए।
Explanation:
संविधान के अनुच्छेद 80 में राज्य सभा के सदस्यों की अधिकतम संख्या 250 निर्धारित की गई है, जिनमें से 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नामनिर्देशित किए जाते हैं और 238 सदस्य राज्यों के और संघ राज्य क्षेत्रों के प्रतिनिधि होते हैं।