History, asked by Nikitha7540, 9 months ago

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

1. ब्राह्मगुप्त ने 628 ई. में नामक ग्रन्थ की रचना की । (वास्तुमण्डनम्ब्रह्मस्फुट सिद्धान्त)
2. ‘ब्रह्मस्फुट सिद्धान्तका प्रामाणिक ग्रन्थ है। ( भारतीय खगोलशास्त्र/वास्तुशास्त्र)
3. सुश्रुत ने अपने ग्रन्थ ‘सुश्रुतसंहिता’ में का उल्लेख सैकड़ों वर्ष पहले ही कर दिया था। (प्लास्टिक सर्जरी/अस्थिभंग)
4. के क्षेत्र में ‘सुश्रुतसंहिता’ को आज भी प्रामाणिक ग्रन्थ माना जाता है। (खगोल विद्या/शल्य चिकित्सा)
5. माघ ने की रचना की थी। (विश्ववल्लभ/शिशुपालवधम्)

Answers

Answered by bhatiamona
0

रिक्त स्थानों की पूर्ति इस प्रकार है :

Answer:

1. ब्राह्मगुप्त ने 628 ई. में नामक ग्रन्थ की रचना की । (ब्रह्मस्फुट सिद्धांत)

2. ‘ब्रह्मस्फुट सिद्धान्तका प्रामाणिक ग्रन्थ है। ( भारतीय खगोलशास्त्र)

3. सुश्रुत ने अपने ग्रन्थ ‘सुश्रुतसंहिता’ में का उल्लेख सैकड़ों वर्ष पहले ही कर दिया था। (प्लास्टिक सर्जरी)

4. के क्षेत्र में ‘सुश्रुतसंहिता’ को आज भी प्रामाणिक ग्रन्थ माना जाता है। (शल्य चिकित्सा)

5. माघ ने की रचना की थी। (शिशुपालवधम्)

Similar questions