रक्षा बंधन पर निबंध | Write an essay on Rakhsha Bandhan
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The priests in the country announce special time for tying rakhi on the day of Raksha Bandhan. It is time for the ladies to adorn beautiful attires and get ready for the occasion. They are mostly seen wearing ethnic ensembles with matching accessories and footwear. Men are also seen donning traditional Indian attire. The atmosphere is filled with love and joy. The ritual begins with sisters applying tilak on their brothers’ forehead. They then tie rakhi on their brothers’ wrist and exchange sweets. Sisters wish for the well being of their brothers as they carry out the ritual. Brothers give gifts to their sisters and promise to take care of them in every situation. It is not only a special day for brothers and sisters but is also a great occasion to bond with other family members.
The advancement in technology has also helped in bringing the loved ones together on this day. The siblings living in distant lands can connect with each other via video call. Those who are unable to visit each other on rakhi celebrate the festival by seeing each other virtually on phone or laptop these days.
“रक्षा बंधन”
भूमिका:-> भारत एक त्योहारों का देश है यहां कोई ना कोई त्योहार चलता ही रहता है I जिनमें से एक बहुत ही लोकप्रिय और प्रसिद्ध त्योहार है रक्षा बंधन। रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई उसको उसकी रक्षा का वचन देता है।
इतिहास:-> रक्षाबंधन की सबसे पहले शुरुआत शुरुआत रानी कर्णावती व सम्राट हुमायूं की है मध्यकालीन युग में जब राजपूत व मुस्लिमों की विवाद चल रहा था, तब रानी कर्णवती चित्तौड़ के राजा की विधवा थीI उस दौरान गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह ने अपनी और प्रजा की सुरक्षा का कोई रास्ता ना निकलता देख रानी ने हमारी को राखी भेजी थी I तब हमारी उन्हें उनकी रक्षा कर उन्हें बहन का दर्जा दिया था तब से रक्षाबंधन की शुरुआत मानी जाती है I लेकिन इतिहास में और भी कई ऐसे उदाहरण है जो की रक्षा बंधन के होने की पुष्टि करते हैं।
दूसरा उदाहरण माना जाता है कि जब सिकंदर ने भारत पर आक्रमण आक्रमण किया था तो पूरु के पराक्रम को देख कर के वह विचलित हो गया था उसकी पत्नी को चिंता सताने लगी थी और उसने पूरु को राखी भेजी थी तब जाकर युद्धविराम की स्थिति हुई पूरु में भी सिकंदर की पत्नी को बहन मान लिया।
एक और उदाहरण है जब महाभारत में श्री कृष्ण को कलाई पर खून निकला या तो द्रोपती ने खून बंद करने के लिए उनकी कलाई पर कपड़ा बांधा तो भगवान श्रीकृष्ण ने उनको बहन मान लिया। और भर सभा में उनका अपमान होने से उनकी रक्षा की थी।
आज का रक्षाबंधन :-> आज रक्षाबंधन का स्वरूप बदल चुका है यह भाई बहन के प्रेम की निशानी है। लेकिन आज इस रक्षाबंधन के पवित्र पर्व को आर्थिक रूप से देखा जाने लगा है। राखियों का बड़े स्तर पर व्यापार हो रहा है और बहुत ही महंगी राखियां बाजार में आ रही हैं।
उपसंहार:-> राखी के इस पावन पर्व को आर्थिक दृष्टि से नहीं जोड़ना चाहिए I यह भाई और बहन के पवित्र रिश्ते की निशानी है। बेहतर होगा कि बाजारों से हम महंगी राखी ना खरीद कर के कच्चे धागे की राखी पहने।