Hindi, asked by ayushp19504, 1 year ago

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तुमने कभी देखा है
खाली कटोरों में वसंत का उतरना !
यह शहर इसी तरह खुलता है
इसी तरह भरता
और खाली होता है यह शहर
इसी तरह रोज रोज एक अनंत शव
ले जाते हैं कंधे
अँधेरी गली से
चमकती हुई गंगा की तरफ

इस शहर में धूल
धीरे-धीरे उड़ती है
धीरे-धीरे चलते हैं लोग
धीरे-धीरे बजते हैं घंटे
शाम धीरे-धीरे होती है

यह धीरे-धीरे होना
धीरे-धीरे होने की सामूहिक लय
दृढ़ता से बाँधे है समूचे शहर को
इस तरह कि कुछ भी गिरता नहीं है



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Answers

Answered by tty273
0
nenendndndnfjfnfnfmfjsnsnsnxnxnx

ayushp19504: Foolish
Answered by Rittikahazra
0
FFC dhbxzfokgxv ,of ysoff

ayushp19504: Foolish these people are wasting their parents internet on writing foolish answers mad people
ayushp19504: Foolish
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Math, 7 months ago