संज्ञा के प्रमुख प्रकारों का वर्णन कीजिए।
Answers
Answered by
8
Answer:
अतः संज्ञा के पांच भेद (प्रकार) होते हैं –
- जातिवाचक संज्ञा,
- भाववाचक संज्ञा
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- समुदायवाचक या समूह वाचक संज्ञा
- द्रव्यवाचक संज्ञा
Answered by
12
संज्ञा के पांच प्रकार होते हैं –
⇒ जातिवाचक संज्ञा
⇒ भाववाचक संज्ञा
⇒ व्यक्तिवाचक संज्ञा
⇒ समूह वाचक संज्ञा
⇒ द्रव्यवाचक संज्ञा
Step-by-step explanation:
संज्ञा:
किसी व्यक्ति, स्थान, जाति, गुण, भाव और क्रिया आदि के नाम को 'संज्ञा'कहते हैं।
जैसे- पशु, सुंदरता, व्यथा, मोहन, दिल्ली, मारना ।
(1)व्यक्तिवाचक संज्ञा:
- जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
- जैसे- सोनिया गाँधी, भारत, उत्तर, जयपुर आदि।
(2) जातिवाचक संज्ञा:
- जिस शब्द से एक जाति के सभी प्राणियों अथवा वस्तुओं का बोध हो, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
- बच्चा, जानवर, नदी, अध्यापक, बाजार, गली, पहाड़, खिड़की, स्कूटर आदि शब्द एक ही प्रकार प्राणी, वस्तु और स्थान का बोध करा रहे हैं। इसलिए ये 'जातिवाचक संज्ञा' हैं
(3) भाववाचक संज्ञा:
- जिन शब्दों से किसी प्राणी या पदार्थ के गुण, भाव, स्वभाव या अवस्था का बोध होता है, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
- जैसे- उत्साह, ईमानदारी, बचपन, आदि ।
(4)समूहवाचक संज्ञा:
- जिस संज्ञा शब्द से वस्तुओं के समूह या समुदाय का बोध हो, उसे समूहवाचक संज्ञा कहते है।
- जैसे- व्यक्तियों का समूह- भीड़, जनता, सभा, कक्षा
- वस्तुओं का समूह- गुच्छा, कुंज|
(5)द्रव्यवाचक संज्ञा:
- जिन संज्ञा शब्दों से किसी धातु, द्रव या पदार्थ का बोध हो, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है।
- जैसे- ताम्बा, पीतल, चावल, घी, तेल, सोना, लोहा आदि।
Similar questions