सामाजिक विभाजन किस तरह से राजनीति को प्रभावित करते हैं? दो उदाहरण भी दीजिए।
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उत्तर :
सामाजिक विभाजन निम्न तरह से राजनीति को प्रभावित करते हैं :
लगभग सभी लोकतंत्रों में द्वविदलीय व्यवस्था अथवा बहुदलीय व्यवस्था है जिसमें अलग अलग राजनीतिक दल एक दूसरे के विरुद्ध चुनाव लड़ते हैं तथा अधिक से अधिक मत प्राप्त करने के प्रयास करते हैं ताकि सदन में बहुमत प्राप्त किया जा सके। इसलिए वह लोगों को कई प्रकार के फायदे भी करते हैं ताकि वह उनके दल के साथ हो जाएं । यहां तक कि वे किसी विशेष समूह की वफादारी प्राप्त करने के लिए उसकी तरफदारी के वायदे भी करते हैं तथा वह समुह उस दल को संपूर्ण सहायता प्रदान करता है। इस प्रकार वह अलग अलग सामाजिक समूहों में अंतर पैदा करने के प्रयास करते हैं । यह अंतर अलग-अलग समूहों में अविश्वास भी उत्पन्न करते हैं।
परंतु यह आवश्यक नहीं है कि यह सामाजिक अंतर सामाजिक विभाजन बन जाएंगे तथा समाज में संघर्ष उत्पन्न कर देंगे। इस प्रकार के समाज में समाज का प्रत्येक हिस्सा अपने सामाजिक तथा आर्थिक विकास के लिए अपनी आवाज़ उठा सकने में सक्षम होता है। हम अनेक देशों के अनेक उदाहरणों को देख सकते हैं जिससे यह पता चलता है कि सरकार ने किसी विशेष समूह का पक्ष लिया फिर भी देश में कोई संघर्ष अथवा हिंसा नहीं हुई।
उदाहरण :
सबसे पहले हम उत्तरी आयरलैंड का उदाहरण लेंगे जो कि ब्रिटेन का ही एक हिस्सा है तथा जिसने प्रजातीय राजनीतिक संघर्ष के कारण हिंसा को झेला है। वहां पर दो मुख्य समुदाय रहते हैं जिनमें 44% लोग रोमन कैथोलिक तथा 53% लोग प्रोटेस्टेंट है । राष्ट्रवादी दल कैथोलिक लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा उत्तरी आयरलैंड तथा दक्षिणी आयरलैंड को इकट्ठे करने की बात करते थे जो कि एक कैथोलिक देश है। परंतु प्रोटेस्टेंट लोग ब्रिटेन के साथ रहने का ही पक्ष लेते थे जिनका प्रतिनिधित्व यूनियनिस्ट करते थे। राष्ट्रवादी और यूनियनिस्ट तथा राष्ट्रवादी और ब्रिटेन की फौजों में बहुत खूनी संघर्ष तथा हिंसा हुई। परंतु 1998 में उनमें समझौता हो गया तथा संघर्ष खत्म हो गया।
परंतु इसके विपरीत हमारे पास यूगोस्लाविया का एक उदाहरण है जहां पर कैथोलिक, मुस्लिम तथा रूढ़ीवादी ईसाई लोग रहते हैं। इनमें धार्मिक तथा राजनीतिक प्रतियोगिता थी जिस कारण इन समूहों में तनाव तथा संघर्ष चलता रहता था। इस संकट के कारण यूगोस्लाविया 6 गणतंत्रता तथा दो राज्यों में बंट गया। इस प्रकार धार्मिक तथा जातीय प्रतियोगिता के कारण यूगोस्लाविया 6 स्वतंत्र देशों में बंट गया । इस प्रकार इससे यह है स्पष्ट है कि सामाजिक विभाजन को राजनीति से नहीं मिलाना चाहिए।।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।