Hindi, asked by junaidalikhan782, 1 month ago

। सुमित्रानंदन पंत की काव्यगत विशेषताएँ निम्न बिन्दुओं के
आधार पर लिखिए-
(अ) दो रचनाएँ (ब) भावपक्ष-कला पक्ष (स) साहित्य में स्थान​

Answers

Answered by piyushmishraaa11
0

सुमित्रा नंदन पंत जी हिन्दी साहित्य के छात्रावादी युग के 4 प्रमुख स्तंभों में से एक थे, जिन्होंने प्रकृति के खूबसूरती को अपनी रचनाओं में बेहद सृजनात्मक एवं खूबसूरत तरीके से दर्शाया है।

वे मानव सौंदर्य और आध्यात्मिक चेतना के भी सकुशल एवं सुप्रसिद्ध कवि माने जाते थे, क्योंकि उन्होंने अपनी रचनाओं में न सिर्फ प्रकृति के अद्भुत सौंदर्य का बखान किया, बल्कि प्रकृति के माध्यम से मनुष्य के जीवन को एक नई दिशा दी एवं उनके उन्नत भविष्य की कामना की है

उनकी महत्वपूर्ण रचनाओं में उच्छ्वास, ज्योत्सना, पल्लव, स्वर्णधूलि, वीणा, युगांत, गुंजन, ग्रंथि, मेघनाद वध (कविता संग्रह), ग्राम्‍या, मानसी, हार (उपन्यास), युगवाणी, स्वर्णकिरण, युगांतर, काला और बूढ़ा चाँद, अतिमा, उत्तरा, लोकायतन, मुक्ति यज्ञ, अवगुंठित, युग पथ, सत्यकाम, शिल्पी, सौवर्ण, चिदम्बरा, पतझड़, रजतशिखर, तारापथ, आदि शामिल हैं।

Similar questions