Science, asked by sdiya1639, 9 months ago

सूर्य भेदी प्राणायाम के लाभ बताइये।

Answers

Answered by yusufansari76
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सबसे पहले आप पद्मासन में बैठें।

आंखें बंद रखें।

अनामिका (ring finger) और छोटी उंगली से बायीं नासिका को बंद करें।

अब बिना कोई आवाज किए दाहिनी नासिका से धीर-धीरे सांस लें।

अधिक से अधिक सांस अपने फफड़े में भरें।

अब दाहिनी नासिका को दायें अंगूठे से बंद करें और ठोड़ी (chin) को सीने (जालंधरबंध) की ओर मजबूती से दबाते हुए श्वास रोके रखें।

यह कुम्भक है और कुंभक की अवधि को धीरे धीरे बढ़ाएं।

फिर अंगूठे से दाहिनी नासिका को बंद करें और बायीं नासिका से बिना कोई आवाज किए धीरे-धीरे श्वास छोड़ें।

सांस लेना , सांस छोड़ना और कुम्भक का जो अनुपात है वह 1:2 : 4 होनी चाहिए।

ये सूर्यभेदना प्राणायाम का एक चक्र है।

इस तरह से आप 5 से 10 चक्र करें।

सूर्य भेदन प्राणायाम लाभ। Surya bhedana pranayama benefits

बुढ़ापे को टालता है: इस प्राणायाम के नियमित अभ्यास से आप अपने एजिंग प्रोसेस को कम करते हुए बुढ़ापे को टाल सकते हैं।

मृत्यु को रोकना: शास्त्रों में लिखा गया है कि इस प्राणायाम का नियमित अभ्यास से आप अपने मृत्यु में देरी या रोक सकते हैं।

पेट के कीड़ों को नष्ट करने के लिए: सूर्य भेदन प्राणायाम पेट के कीड़ों को नष्ट कर देता है।

वात या गठिया: वायु से होने वाले विकार दूर कर वात या गठिया को ठीक करता है।

सिर दर्द: अगर आप सिर दर्द से परेशान हैं तो इस प्राणायाम अभ्यास करनी चाहिए।

कुंडलिनी शक्ति जागरण में: यह कुंडलिनी शक्ति को जागृत करता है और शारीरिक ताप को बढ़ाता है।

निम्न रक्तचाप : यह शरीर की संवेदना तंत्रिका प्रणाली को सक्रिय करता है इसलिए यह निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों के लिए लाभदायक होता है।

सांस की समस्या: इस आसन के अभ्यास से सांस से सम्बंधित ज़्यदातर समस्यायों का हल पाया जा सकता हैं।

..... Thanks

Answered by laraibmukhtar55
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सूर्य भेदी प्राणायाम के लाभ:

• सूर्या भडाना पाचन तंत्र की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। सूर्य ऊर्जा सूर्य भेदन के माध्यम से आती है और इसके सभी संबद्ध कार्यों के साथ भौतिक शरीर को सक्रिय करती है। रक्त में ऑक्सीजन की आपूर्ति को दोहराता है। प्राणिक ऊर्जा को सक्रिय करता है और शरीर को शक्ति प्रदान करता है।

• यह जल्दी से ऊर्जा को संतुलित करता है और मूड को स्थिर करता है।

दीर्घकालिक, अभ्यास चिंता, तनाव, अवसाद, अनिद्रा, बेहतर ध्यान केंद्रित करने और निश्चित रूप से आत्म-जागरूकता में वृद्धि सहित सभी प्रकार की चीजों में मदद कर सकता है।

Hope it helped..........

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