संदर्भ समूह की अवधारणा का समाजशास्त्र में सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया?
(क) राबर्ट के मर्टन ने
(ख) हाइमन ने
(ग) पारसंस ने
(घ) गिडिंग्स ने।
Answers
Answered by
0
विकल्प (क) राबर्ट के मर्टन ने संदर्भ समूह की अवधारणा का समाजशास्त्र में सर्वप्रथम प्रयोग किया था।
सन्दर्भ समूह की अवधारणा:
राबर्ट के मर्टन के अनुसार "व्यक्ति मो सबसे ज्यादा प्रभावित प्रथम समूह करता है उसके बाद द्वितीयक समूह की बारी आती है।"
सदर्भ समूह की लाक्षणिकता:
- असदस्य्ता एवं बाह्य समूह पर भी असर पड़ता है।
- उस समूह में "हम" की भावना से लोग जुड़े हुए रहते है।
- पहली श्रेणी में समूह की संख्या कम होती ही दूसरी श्रेणी में ज्यादा होती है।
Answered by
1
Answer:
विकल्प (क) सही हैं
विकल्प (क) सही हैं राबर्ट के मर्टन ने
रॉबर्ट किंग मर्टन (जन्म मेयर रॉबर्ट शकोलनिक; 4 जुलाई, 1910 - 23 फरवरी, 2003) एक अमेरिकी समाजशास्त्री थे, जिन्हें आधुनिक समाजशास्त्र का संस्थापक पिता माना जाता है, और अपराध विज्ञान के उपक्षेत्र में एक प्रमुख योगदानकर्ता माना जाता है। उन्होंने अमेरिकन सोशियोलॉजिकल एसोसिएशन के 47 वें अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
संदर्भ समूह की अवधारणा का समाजशास्त्र में सर्वप्रथम प्रयोग रॉबर्ट किंग मर्टन किया।
Similar questions