समाजिक विज्ञान में संस्कृति की समझ, दैनिक प्रयोग के शब्द 'संस्कृति' से कैसे भिन्न है?
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Answer with Explanation:
समाजिक विज्ञान में संस्कृति की समझ, दैनिक प्रयोग के शब्द 'संस्कृति' से निम्न प्रकार भिन्न है :
दैनिक प्रयोग के शब्द 'संस्कृति' के अर्थ समाजशास्त्र के शब्द संस्कृति से भिन्न है। दैनिक प्रयोग में संस्कृति कला तक ही सीमित है अथवा कुछ वर्गो व देशों की जीवन शैली के बारे में संकेत करती है। परंतु समाजशास्त्र में इसके अर्थ भिन्न है । समाजशास्त्र में इसके अर्थ है - व्यक्ति ने प्राचीन काल से लेकर आज तक जो कुछ भी प्राप्त किया है अथवा ज्ञात किया है वह उसकी संस्कृति है । संस्कार, विचार ,आदर्श, प्रतिमान, रूढ़ियां, कुर्सी, मेज़, कार, किताबें , लिखित ज्ञान जो कुछ भी व्यक्ति ने समाज में रहकर प्राप्त किया है वह उसकी संस्कृति है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
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