समाजशास्त्रीय शोध के लिए 'गाँव' को एक विषय के रूप में लेने पर एम.एन. श्रीनिवास तथा लुई ड्यूमों ने इसके पक्ष तथा विपक्ष में क्या तर्क दिए हैं?
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समाजशास्त्रीय शोध के लिए 'गाँव' को एक विषय के रूप में लेने पर एम.एन. श्रीनिवास तथा लुई ड्यूमों ने इसके पक्ष तथा विपक्ष में निम्न तर्क दिए हैं :
ग्रामीण अध्ययन के विरुद्ध लुई ड्यूमों जैसे सामाजिक मानव शास्त्रियों का कहना था कि जाति जैसी सामाजिक संस्था गांव की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि गांव कुछ लोगों का समूह है जो एक निश्चित स्थान पर रहते हैं । यह कभी भी खत्म हो सकते हैं तथा एक गांव के लोग दूसरे गांवों में भी जा सकते हैं परंतु उनकी जाति या धर्म जैसी सामाजिक संस्थाएं उनके साथ ही रहेंगी । इसलिए जाति का अध्यन गांव की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है।
परंतु श्रीनिवास के विरुद्ध थे तथा उन्होंने कहा कि गांव तो एक जरूरी सामाजिक पहचान है। इतिहास से पता चलता है कि गांवों ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है तथा ग्रामीण एकता सामाजिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है । गांव का अध्ययन समाजशास्त्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
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