सप्रसंग व्याख्या कीजिए-उधौ मन मोहन न आबे, निठुर भए सरसावें
हम म्वाँ जोग, भोग कुब्जा खाँ, जा नई राय चलाले
जबसे गए खबर न भेजी, नहीं संदेस पठावें
आपुन जाय द्वारका छाए, कुब्जा कंठ न लगावे॥
भारतेन्दु हरिश्चन्द का परिचय दीजिए।
2
Answers
Answered by
4
ऐसा लगता है कि आपकी खोज के लिए कोई महान मैच नहीं हैं
युक्ति उन शब्दों का उपयोग करने का प्रयास करें जो उस पृष्ठ पर दिखाई दे सकते हैं जिसे आप खोज रहे हैं। उदाहरण के लिए, 'केक बनाने की विधि' के बजाय 'केक रेसिपी'।
मदद की ज़रूरत है? Google पर खोज के अन्य सुझावों पर एक नज़र डालें।
Similar questions