शिक्षा का सत्र प्रारंभ हो चुका है I किंतु बाज़ार में पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं I इस समस्या को बताते हुए किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए I
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बाज़ार में पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं I इस समस्या को बताते हुए किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र निम्नलिखित प्रकार से लिखें:
संपादक,
दैनिक भास्कर,
पटना
14 जनवरी, 2020
विषय: पुस्तक बाज़ार में उपलब्ध ना होने के संबंध में
महोदय,
मैं आपसे बहुत ही विनम्रता के साथ कहना चाहता हूं कि मैं बिहार सरकार के अन्तर्गत चलने वाले सरकारी स्कूल का छात्र हूं।
हमारे विद्यालय में कक्षा शुरू हो गई है। नए पाठ्यक्रम लागू होने के कारण हम सभी छात्र के पास अभी नई पुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि सरकार द्वारा अभी बाज़ार में नई पुस्तकें नहीं दी गई है। नए पाठ्यक्रम होने के कारण पुरानी पुस्तकों से भी हम नहीं पढ़ सकते हैं। सरकार भी इसके लिए गंभीर नहीं दिख रही है।
अतः आप अपने समाचार पत्र के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित करें ताकि हम सभी छात्रों की पढ़ाई नियमित हो सकें।
आपका विश्वासी,
रमेश राज
Answer:
उत्तर :
सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक ज्योति,
महात्मा गांधी रोड,
नई दिल्ली।
दिनांक: 12 नवम्बर, 20xx
विषय: बाजार में पाठ्यपुस्तकों की अनुपलब्धता की समस्या महोदय,
आपके सम्मानित दैनिक पत्र के माध्यम से मैं बाजार में पाठ्यपुस्तकों की अनुपलब्धता की दिन व दिन बढ़ती समस्या की ओर सबका ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूँ मान्यवर एक ओर हम छात्रों पर यह दबाव रहता है कि हमें परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है दूसरी ओर बाजार में पाठ्यपुस्तकें काफी देर से उपलब्ध होती हैं। इतने में हमारा कीमती समय बेकार जाता है। सी.बी.एस.ई. के संबंधित अधिकारियों से हमारी यह प्रार्थना है कि इस बोर्ड से जितने भी विद्यालय संबद्ध हैं उनके छात्रों की संख्या के हिसाब से कुछ अधिक पुस्तकें वे समय पर छपवाएँ ताकि छात्र और उनके अभिभावक दोनों ही परेशान न हों। साथ ही उचित मूल्य की पुस्तकें समय पर पाकर छात्र अपना अमूल्य समय नष्ट न करें, बल्कि परीक्षा की तैयारी ठीक प्रकर से कर सकें
सधन्यवाद ।
भवदीय
भूवन शर्मा
नई दिल्ली