श्रीलंका के जातीय-संघर्ष में किन की भूमिका प्रमुख है?
Answers
"श्रीलंका के जातीय संघर्ष में प्रमुख भूमिका कट्टरपंथी सिंहली और तमिल उग्रवादियों की है | श्रीलंका में आजादी के बाद से ही लोकतंत्र कायम है | आजादी के बाद ही श्रीलंका की राजनीति पर बहुसंख्यक सिंहली समुदाय किसानों का दबदबा रहा है यह लोग भारत छोड़कर श्रीलंका में बसी एक बड़ी तमिल आबादी के खिलाफ है |
सिंहलीयो का मानना है कि तमिलों के साथ कोई रियायत नहीं बरती जानी चाहिए | इस उपेक्षा भरे बर्ताव से एक उग्र तमिल राष्ट्रवाद की आवाज बुलंद हुई |
1983 के बाद से उग्र तमिल संगठन ""लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल"" श्रीलंकाई सेना के साथ सशस्त्र संघर्ष कर रहा है |"
Answer:
"श्रीलंका के जातीय संघर्ष में प्रमुख भूमिका कट्टरपंथी सिंहली और तमिल उग्रवादियों की है | श्रीलंका में आजादी के बाद से ही लोकतंत्र कायम है | आजादी के बाद ही श्रीलंका की राजनीति पर बहुसंख्यक सिंहली समुदाय किसानों का दबदबा रहा है यह लोग भारत छोड़कर श्रीलंका में बसी एक बड़ी तमिल आबादी के खिलाफ है |
सिंहलीयो का मानना है कि तमिलों के साथ कोई रियायत नहीं बरती जानी चाहिए | इस उपेक्षा भरे बर्ताव से एक उग्र तमिल राष्ट्रवाद की आवाज बुलंद हुई |
1983 के बाद से उग्र तमिल संगठन ""लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल"" श्रीलंकाई सेना के साथ सशस्त्र संघर्ष कर रहा है |"