Political Science, asked by rohankr4647, 1 year ago

श्रीलंका के जातीय-संघर्ष में किन की भूमिका प्रमुख है?

Answers

Answered by TbiaSupreme
158

"श्रीलंका के जातीय संघर्ष में प्रमुख भूमिका कट्टरपंथी सिंहली और तमिल उग्रवादियों की है | श्रीलंका में आजादी के बाद से ही लोकतंत्र कायम है | आजादी के बाद ही श्रीलंका की राजनीति पर बहुसंख्यक सिंहली समुदाय किसानों का दबदबा रहा है यह लोग भारत छोड़कर श्रीलंका में बसी एक बड़ी तमिल आबादी के खिलाफ है |

 सिंहलीयो का मानना है कि तमिलों के साथ कोई रियायत नहीं बरती जानी चाहिए | इस उपेक्षा भरे बर्ताव से एक उग्र तमिल राष्ट्रवाद की आवाज बुलंद हुई |

1983 के बाद से उग्र तमिल संगठन ""लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल"" श्रीलंकाई सेना के साथ सशस्त्र संघर्ष कर रहा है |"

Answered by akshatkulhar09
5

Answer:

"श्रीलंका के जातीय संघर्ष में प्रमुख भूमिका कट्टरपंथी सिंहली और तमिल उग्रवादियों की है | श्रीलंका में आजादी के बाद से ही लोकतंत्र कायम है | आजादी के बाद ही श्रीलंका की राजनीति पर बहुसंख्यक सिंहली समुदाय किसानों का दबदबा रहा है यह लोग भारत छोड़कर श्रीलंका में बसी एक बड़ी तमिल आबादी के खिलाफ है |

 सिंहलीयो का मानना है कि तमिलों के साथ कोई रियायत नहीं बरती जानी चाहिए | इस उपेक्षा भरे बर्ताव से एक उग्र तमिल राष्ट्रवाद की आवाज बुलंद हुई |

1983 के बाद से उग्र तमिल संगठन ""लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल"" श्रीलंकाई सेना के साथ सशस्त्र संघर्ष कर रहा है |"

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