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hey....========
#here is ur answer
एक बार बहुत तेजी से हवा चल रही थी,एक बूढ़ा आदमी जिसकी टोपी उसके सर से उड़कर पेड़ पर टंग जाती है तो वह बूढ़ा व्यक्ति बहुत ही दुखी हुआ और वह जोर जोर से चिल्ला कर आसपास के लोगों को मदद के लिए पुकार रहा था लेकिन उसकी उतारकर उसे देने वाला कोई नहीं आया लेकिन वहीं से एक लड़का गुजर रहा था वह उस बूढ़े व्यक्ति के पास आया और टोपी को पेड़ से उतारने के लिए काफी कोशिश करने लगा लेकिन वह बूड़ा व्यक्ति उस बच्चे की ओर ध्यान नहीं दे रहा था क्योंकि उसे ऐसा लग रहा था कि यह बच्चा मेरी टोपी वृक्ष से नहीं उतार सकता.
वह फिर भी लोगों को अपनी टोपी उतारने के लिए आवाज दे रहा था तभी विचारे उस बच्चे ने बहुत सारी पेड़ पौधों की लताओं से एक रस्सी बनाई और उस रस्सी को पेड़ की तरफ उछाला.कुछ समय बाद टोपी रस्सी में बीदकर नीचे गिर गई,इस तरह से उस बच्चे ने उस बूढ़े आदमी को टोपी वापस कर दी, बुडा आदमी बहुत खुश हुआ और उसने उस बच्चे को आशीर्वाद दिया और कहा कि तू निरंतर दूसरों की मदद किया कर तू जिंदगी में काफी आगे बढ़ेगा,वह बच्चा बहुत ही प्रसन्न हुआ और वह बहुत सारे अपने दोस्त यारों की मदद करता,एक दिन उसके क्लास में एक नए टीचर आने वाले थे सभी लोग अपने नए सर को देखने के लिए उत्साहित थे,वह लड़का भी अपने सर से मिलने के लिए उत्साहित था जब उसके सर आए तो वह लड़का यह देखकर बहुत ही अचंबित हुआ कि वह टीचर कोई और नहीं बल्कि वही बूढा आदमी था.
जब उस बूढ़े आदमी ने उस बच्चे को देखा तो उसने उस बच्चे को अपने पास बुलाया और सभी बच्चों के सामने उसकी तारीफ की और उसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया और सभी लोगों से कहा कि तुम सभी भी इस बच्चे की तरह दूसरों पर उपकार किया करो,दोस्त वाकई में जो इंसान दूसरों पर उपकार करता है,दूसरों के साथ अच्छा करता है उसको भी इस लड़के की तरह कोई ना कोई बहुत ही अच्छा पुरस्कार जरूर मिलता है.
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एक बार बहुत तेजी से हवा चल रही थी,एक बूढ़ा आदमी जिसकी टोपी उसके सर से उड़कर पेड़ पर टंग जाती है तो वह बूढ़ा व्यक्ति बहुत ही दुखी हुआ और वह जोर जोर से चिल्ला कर आसपास के लोगों को मदद के लिए पुकार रहा था लेकिन उसकी उतारकर उसे देने वाला कोई नहीं आया लेकिन वहीं से एक लड़का गुजर रहा था वह उस बूढ़े व्यक्ति के पास आया और टोपी को पेड़ से उतारने के लिए काफी कोशिश करने लगा लेकिन वह बूड़ा व्यक्ति उस बच्चे की ओर ध्यान नहीं दे रहा था क्योंकि उसे ऐसा लग रहा था कि यह बच्चा मेरी टोपी वृक्ष से नहीं उतार सकता.
वह फिर भी लोगों को अपनी टोपी उतारने के लिए आवाज दे रहा था तभी विचारे उस बच्चे ने बहुत सारी पेड़ पौधों की लताओं से एक रस्सी बनाई और उस रस्सी को पेड़ की तरफ उछाला.कुछ समय बाद टोपी रस्सी में बीदकर नीचे गिर गई,इस तरह से उस बच्चे ने उस बूढ़े आदमी को टोपी वापस कर दी, बुडा आदमी बहुत खुश हुआ और उसने उस बच्चे को आशीर्वाद दिया और कहा कि तू निरंतर दूसरों की मदद किया कर तू जिंदगी में काफी आगे बढ़ेगा,वह बच्चा बहुत ही प्रसन्न हुआ और वह बहुत सारे अपने दोस्त यारों की मदद करता,एक दिन उसके क्लास में एक नए टीचर आने वाले थे सभी लोग अपने नए सर को देखने के लिए उत्साहित थे,वह लड़का भी अपने सर से मिलने के लिए उत्साहित था जब उसके सर आए तो वह लड़का यह देखकर बहुत ही अचंबित हुआ कि वह टीचर कोई और नहीं बल्कि वही बूढा आदमी था.
जब उस बूढ़े आदमी ने उस बच्चे को देखा तो उसने उस बच्चे को अपने पास बुलाया और सभी बच्चों के सामने उसकी तारीफ की और उसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया और सभी लोगों से कहा कि तुम सभी भी इस बच्चे की तरह दूसरों पर उपकार किया करो,दोस्त वाकई में जो इंसान दूसरों पर उपकार करता है,दूसरों के साथ अच्छा करता है उसको भी इस लड़के की तरह कोई ना कोई बहुत ही अच्छा पुरस्कार जरूर मिलता है.
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