Hindi, asked by angelfernandes2970, 1 year ago

sometimed the heart sees what is invisible to the eyes in about 1000 words in hindi

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Answered by Anonymous
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Hey dear friend ,

Here is your answer - -

★★ कभी कभी हृदय वह भी देख लेता है जो खुली आंखें नहीं देख सकती ★★

प्रिय मित्र ,

आपके द्वारा कहा गया यह वाक्य बिल्कुल सत्य है, ■ ■ ■ परंतु कभी-कभी हृदय के द्वारा देखा गया हाल बहुत कष्ट देता है और वह वास्तविक सत्य नहीं होता ■ ■ ■

मित्र आज के वर्तमान समय में हम जैसा अपनी आंखों से देखते हैं वैसा सत्य नहीं है ।
उदाहरण के लिए हमारे घर पर कोई भी भिखारी आता है । हमसे खाना मांगता है । हम उसे खाना दे देते हैं । वह जाते समय पैसे मांगता है । हम से पैसे भी देते हैं । पर अब वह शाम को उन पैसों को लेकर कहां जाता है , यह समस्या है ?
हो सकता है इन पैसों को लेकर दारू गड्ढे में जाए और शराब पिये ।


और हम दूसरे दृष्टिकोण से यह देख सकते हैं कि अगर कोई साधारण बच्चा अच्छे कपड़े पहने हैं ।फिर भी वह ■ ■ ■ हमसे डोनेशन लेने आता है । वह भी एक प्रकार की भीख ही है ■ ■ ■ ।
● ◆ ◆ परंतु उसका प्रकार बदल गया वह【 भीख से बदलकर डोनेशन हो गई】 क्योंकि बच्चे ने साफ सुथरे कपड़े पहने हैं । उसका स्टैंडर्ड अच्छा है । वह पैसे ले जाता है और वह भी अपने दोस्तों से ज्यादा पार्टी कर लेता है । इसमें भी वही दृष्टिकोण देखा गया जो उस भिखारी के साथ देखा गया।

इस प्रकार से इस बच्चे और भिखारी में कोई फर्क नहीं है ।

अब दूसरे दृष्टिकोण में एक फटे पुराने कपड़े पहने एक बच्चा आता है । आपके घर आता है । आप भीख मांगता है । आप उसे ₹5 देने हैं । आप ना चाहते हुए भी आपके दिल से आवाज आती है। कि यह इन 5 रूपों का कोई दुरुपयोग नहीं करेगा । आप उसे देखना चाहते हैं कि वह बच्चा इन ₹5 का क्या करता है । आप उसके पीछे जाते हैं उसका पीछा करते रहते हैं ।बअंत में वह आपको एक सुनसान मैदान में दिखाई देता है । वहां पर उसका कोई एक साथी जो लंगड़ा बैठा है । उसे उठाता है और साथ उसके झूले को उठाता है । और पास के ही एक चाय के स्टॉल में जाता है । और उसे चाय पिलाता है ओर और खुद नहीं पीता क्योंकि पैसे खत्म हो गए ।

उसने आपके द्वारा दिए गए ₹5 से खुल जाना भी एक दूसरे को चाय पिलाई । यह वह सत्य है जो आपके दिल ने देखा आपके हृदय ने दिल ने देखा । आपकी आंखों में तो सिर्फ एक बच्चे को भीख मांगते देखा था । और एक बेकार हो भीख यह वह सत्य है जो आपकी आंख नहीं आपका दिल देख पाया और वह स्टैंडर्ड बच्चे का सत्य आपका दिल नहीं देख पाया सिर्फ आपके ऊपर आंख देख पाए ।


Thanks ;) ☺☺☺
Answered by Anonymous
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कभी-कभी दिल देखता है कि आँखें क्या नहीं देख सकती हैं

यह एच। जैक्सन ब्राउन का एक प्रसिद्ध उद्धरण है। यह उद्धरण बताता है कि भावनाओं और भावनाओं को केवल दिल से समझा जाता है। हमारी आँखें दया और वफादारी नहीं देख सकती हैं लेकिन हमारा दिल ज़रूर करता है। हमारी आँखें केवल मस्तिष्क के साथ काम करती हैं और हमें देखने में मदद करती हैं, लेकिन मानव शरीर में हृदय का समावेश न केवल रक्त का संचार करता है, बल्कि हमारी दृष्टि को भी पूरा करता है।

हम में से अधिकांश का मानना है कि भगवान मौजूद है, लेकिन क्या किसी ने उसे देखा है? स्पष्ट रूप से उत्तर नहीं है, लेकिन हम सभी अपने स्वयं के दिल से महसूस करते हैं कि भगवान इस दुनिया में रहते हैं और अच्छे और बुरे होने के लिए जिम्मेदार हैं। यदि प्रश्न उठाया जाता है, तो क्या आप भगवान पर विश्वास करते हैं, हम में से अधिकांश हाँ कहते हैं। लेकिन अगर कोई कहता है, क्योंकि हमारी आँखों ने ईश्वर को नहीं देखा, तो ईश्वर मौजूद नहीं है, हम में से अधिकांश सहमत नहीं होंगे, जैसा कि हमारा दिल देखता है।

मित्रता, प्रेम, स्नेह, देखभाल, विश्वास, सत्यता .... सभी भावनाओं और भावनाओं के द्वारा मनाए गए दिल हैं, लेकिन हमारी आँखों से नहीं। आंखें केवल किसी चीज की भौतिक स्थिति देख सकती हैं, लेकिन हमारा दिल भावनात्मक स्थिति और भावनाओं को देखने में सक्षम है।

हमारी आँखों से, हम देख सकते हैं कि एक व्यक्ति के पास एक सुंदर मुस्कान है और हमेशा खुश है, लेकिन केवल हमारा दिल गहरी और एकाकी पक्ष को समझ सकता है, जिसे हमारे मस्तिष्क और आंखों द्वारा नहीं माना जा सकता है। समझ और बंधन का स्तर तभी बढ़ सकता है जब हमारे दिल में आंतरिक भावनाओं को समझने की क्षमता हो।

आइए हम बेहतर समझने के लिए एक कहानी ले

सरू एक गरीब लड़का विशाखापत्तनम शहर में रहता था। वह हमेशा

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