तुलसीदास ‘विनय पत्रिका' की दो भाषागत विशेषता लिखिए।
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- विनयपत्रिका तुलसीदास रचित एक ग्रंथ है। यह ब्रज भाषा में रचित है।
- विनय पत्रिका में विनय के पद है।
- विनयपत्रिका का एक नाम राम विनयावली भी है।
- विनय पत्रिका में 21 रागों का प्रयोग हुआ है।
- विनय पत्रिका का प्रमुख रस शांतरस है तथा इस रस का स्थाई भाव निर्वेद होता है।
- विनय प्रत्रिका अध्यात्मिक जीवन को परिलक्षित करती है।
- इस में सम्मलित पदों की संख्या 279 है।
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तुलसीदास रचित ‘विनय पत्रिका' की दो
भाषागत विशेषताएं निम्नलिखित है :-
विनय पत्रिका
_____________
• विनय पत्रिका में अवधी , बुंदेलखंडी ,
संस्कृत और ब्रजभाषा देखने को मिलता है ।
• विनय पत्रिका की भाषा थोड़ी जटिल ( या यूं
कहें थोड़ी क्लिष्ट ) है ।
• मुहावरों और शब्दों को सही ढंग से प्रस्तुत
किया है ।
• भाव की ही भांति भाषा है ।
( उपयुक्त में से कोई भी दो का चयन करें )
नोट :
विनय पत्रिका ' तुलसीदास ' जी द्वारा रचित
है। इसमें तुलसीदास जी ने , विनय भाव वाले
पदों का उल्लेख किया है । इसमें भक्ति रस
प्रमुख है । राम की भक्ति के आलावा , अन्य
देवी देवताओं अर्थात् भगवानों की भक्ति भी
है।
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