ट्यूशन: वरदान या अभिशाप पर निबंध | Write an Essay on Tuition : Blessing or Curse in Hindi
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एक वक्त था जब मां की शिक्षा को ही सब कुछ मान लिया जाता था । मगर कुछ और ज्ञान अर्जन करने के लिए गुरु की आवश्यकता होती थी। तभी तो ऊंचे कुल के बच्चों को गुरूकुल भेजा जाता था उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए।
मगर जैसे-जैसे युग बदलता गया वैसे ही यह गुरु शिष्य प्रथा भी बदल गया। गुरूकुल स्कूल में और स्कूल की पढ़ाई को पूर्ण करने के लिए ट्यूशन की आवश्यकता होने लगी।
ट्यूशन एक वरदान--
आज के इस आपाधापी में जहां एक ओर स्त्री और पुरुष अपने काम में ध्यान ज्यादा और बच्चों पर कम देते हैं जिस कारण ट्यूशन की आवश्यकता होती है। ट्यूशन टीचर बच्चों को स्कूल का होमवर्क के साथ-साथ नोट्स भी प्रदान करते हैं। इसे तरह बच्चों को बहुत मदद मिल जाती है।
ट्यूशन एक अभिशाप--
ट्यूशन के कारण बच्चों की स्मरण शक्ति खत्म होती है। वह हर चीज के लिए ट्यूशन टीचर पर निर्भर हो जाते हैं। बच्चे में कुछ भी अपने से करने की शक्ति खत्म हो जाती है। वह नोट्स पर आश्रित हो जाते हैं। खुद कुछ नहीं कर पाते। इस तरह बच्चों के सोच में ट्यूशन के वजह से जंग लग जाता है।