Tarkik lekhan par prakash daliye
Answers
तार्किक लेखन पर प्रकाश निम्नलिखित है |
Explanation:
लेखन करना भी एक कला होती है हम जब भी लेखन करने बैठते हैं या सोते हैं उसमें चार चीजें शामिल होती हैं प्रकार की चीजें शामिल होती हैं जैसे संपादन संशोधन प्रारूप लेखन और लेखन की कला भी शामिल होती है |
लेखन एक तरीके से एक प्रक्रिया के रूप में मानी जाती है जब हम किसी भी चीज के बारे में सोच विचार कर रहे हैं हो या दूसरों के विचारों को या फिर अपने ही भावनाओं को विकसित और भी बड़ा करके किसी भी लेखन को अपने शब्दों में लिखना ही लेखन खलता है है जब भी हम लेखन लिखते हैं तो हमें यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि हमारे पास विषय क्या हम उसी विषय की गहराई उस विषय के आसपास के तत्वों के बारे में उस विषय के सकारात्मक और नकारात्मक पहलू के बारे में उसे के अच्छाई और बुराई के बारे में उस विषय के हर एक पहलू पर प्रकाश डालने की कोशिश करते हैं जो उससे संबंधित है जो उसे के अंतर्गत आता है तब हम लेखन का प्रारूप तैयार करते हैं और उसको अपने शब्दों में लिखते हैं इस प्रकार से जो भी हम अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं उसे लेखन खा जाता है |
हम जो भी अपने विचार और भावनाओं को व्यक्त करते हैं या दूसरों के विचार और भावनाओं को व्यक्त करते हैं वह विचार या भावना तर्कपूर्ण होनी चाहिए वैज्ञानिक दृष्टि से तर्क पूर्ण हो मनोवैज्ञानिक दृष्टि से तर्क पूर्ण होनी चाहिए से जो भी हमने सुना हो उसमें हर चीज समाहित होनी चाहिए तभी ऐसे लेखन को हम तार्किक लेखन कह सकते हैं तार्किक लेखन का अर्थ ही यही होता है जो भी चीजें हम शामिल करते हैं जो भी शब्द हम शामिल करते हैं किसी की भावनाओं विचारों को लेकर वह सारे तर्क पूर्ण हो वह काल्पनिक नहीं होने चाहिए इस तरीके से इस प्रकार के लेखन को तार्किक लेखन कहा जाता है |