Science, asked by CosmicAbhishek6675, 1 year ago

दो चालक तार जिनके पदार्थ, लंबाई तथा व्यास समान हैं किसी विद्युत परिपथ में पहले श्रेणीक्रम में और फिर पार्श्वक्रम में संयोजित किए जाते हैं। श्रेणीक्रम तथा पाश्र्वक्रम संयोजन में उत्पन्न ऊष्माओं का अनुपात क्या होगा?
(a) 1:2 (b) 2:1 (c) 1:4 (d) 4:1

Answers

Answered by nikitasingh79
12

उत्तर :

विकल्प (c) सही है - 1 : 4

क्योंकि सभी तारे एक ही प्रकार के चालक ,लंबाई एवं मोटाई के हैं इसलिए सभी का प्रतिरोध समान होगा।  

इसलिए प्रतिरोध = R

श्रेणी क्रम में तुल्य प्रतिरोध, Rs = R + R = 2R

उत्पन्न ऊष्मा, H = VIt

H = P × t     [ VI = P]

H = V²t/R     [P = V²/R]

Hs = V²t/2R…….(1)

समांतर क्रम में तुल्य प्रतिरोध, 1/Rp= 1/R +1/ R = 2/R

Rp = R/2

उत्पन्न ऊष्मा, Hp = V²t/(R/2)

Hp = 2V²t/R…………(2)

Hs/Hp =(V²t/2R)/(2V²t/R)

समीकरण (1) व (2) से  

= (V²t/2R) × (R/ 2V²t)

= 1/2×2 = ¼  

Hs/Hp = ¼  

Hs : Hp = 1 : 4

श्रेणीक्रम तथा पाश्र्वक्रम संयोजन में उत्पन्न ऊष्माओं का अनुपात 1 : 4 होगा।

आशा है कि यह उतर आपकी मदद करेगा।।।

Answered by GhaintMunda45
5

दो चालक तार जिनके पदार्थ, लंबाई तथा व्यास समान हैं किसी विद्युत परिपथ में पहले श्रेणीक्रम में और फिर पार्श्वक्रम में संयोजित किए जाते हैं। श्रेणीक्रम तथा पाश्र्वक्रम संयोजन में उत्पन्न ऊष्माओं का अनुपात क्या होगा?

(d) 4:1

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