"दिए जल उठे" शीर्षक की सार्थकता पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
Class 9, Hindi, Sanchayan, chapter 6
Answers
"दिये जल उठे" शीर्षक की सार्थकता पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
➲ ‘दिये जल उठे’ पाठ में उसका शीर्षक अपनी सार्थकता पूरी तरह सिद्ध करता है। यह पाठ गांधी जी की दांडी यात्रा का वर्णन है, जब गांधी जी की एक आवाज पर पूरा देश उनके साथ हो लिया था। जिस तरह एक दिया लाखों-करोड़ों दियों को प्रज्ज्वलित कर सकता है, उसी तरह गाँधीजी की एक आवाज से लाखों-करोड़ों भारतीय उनके साथ हो लिए थे, यानि गाँधी जी रूपी एक दिये के प्रकाश से लाखों-करोड़ों भारतीय रूपी दिये जल उठे।
जिस मात्र एक दिये के प्रकाश से ही हजार लाखों-करोड़ों दिये प्रज्वलित हो उठते हैं, और अंधकार दुम दबाकर भाग जाता है, वैसे ही गांधीजी की एक आवाज से धीरे धीरे लोगों का जन समूह एक विशाल जन समूह में बदल गया, तो गुलामी रूपी अंधेरे को भागने के लिए अपने रास्ते बनाने पड़े।
इस तरह एक दिया चाहे तो हजारों दियों की क्रांति ला सकता है। यहाँ पर गांधीजी और समस्त भारतीयों को उसी दिये का प्रतीक माना गया है। इस प्रकार यह शीर्षक की सार्थकता प्रकट करता है।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
संबंधित कुछ अन्य प्रश्न—▼
प्र5- नदी के तट पर सत्याग्रहियों का स्वागत किसने किया ?
O ठंडी बयार ने
O बर्फीली हवा ने
O स्थानीय लोगों ने
O इनमे से कोई नहीं
https://brainly.in/question/31156525
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○