दूध से mkhan निकलने पर घनत्व पर क्या प्रभाव पड़ेगा
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दूध कई उपयोगी पदार्थो का मिश्रण है। इसमें, वसा, प्रोटीन, चीनी, विटामिन और कई प्रकार की धातुएं होती है। हम मोटे तौर पर दूध को दो हिस्सों में बाँट सकते हैं एक तो वसा वाला भाग जिसे वसा कहते है और दूसरा वसा रहित पदार्थ जिसे एस.एम.एफ. कहते है। दूध की क्रीम में फैट दूध के अनुपात में काफी होता है। दूध से क्रीम निकालने के दो तरीके है एक तो दूध को गर्म करके उसको कुछ समय तक रखने से दूध पर मलाई आ जाती है जिसमें वसा की मात्रा दूध के अनुपात से अधिक होती है और यह तरीके बहुत कम मात्रा में दूध से वसा अलग कर सकते है और इस तरीके से काफी समय भी लगता है।
दूसरा तरीका क्रीम स्प्रेटर से दूध की क्रीम को निकालना, यह एक ऐसी मशीन है जो दूध की वसा का 66 प्रतिशत भाग क्रीम के रूप में दूध से अलग कर देती है। इस मशीन से दूध को काफी तेजी से धुमाया जाता है जिसके कारण वसा जो दूसरे भाग एस.एन.एफ. से हल्की होती है दूध से अलग हो जाती है। यह मशीन बिजली या हाथ से चलाई जाती है। छोटे पैमाने पर दूध का व्यवसाय करने वाले लोग इस मशीन का प्रयोग ज्यादातर करने लगे है। यह मशीन 5000 रूपये (हाथ से चलाने वाली) तक प्राप्त की जा सकती है।
क्रीम स्प्रेटर से अच्छी तरह क्रीम कैसे निकालें
क्रीम स्प्रेटर के सही उपयोग के लिए हमें निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होगा:
क्रीम स्प्रेटर का सही रूप से किसी भारी आधार के साथ नट बोल्टों की सहायता से पक्का कर देना चाहिए ताकि जब उसे चलाया जाए तो हिले नही। हिलने से स्प्रेटा दूध में फैट (वसा) की मात्रा अधिक जाती है।
स्प्रेटर का हर हिस्सा साफ़ सुथरा होना चाहिए और इस्तेमाल के बाद इसको खोल कर अच्छी प्रकार से गर्म पानी से धोना और सुखा लेना चाहिए।
स्प्रेटर में दूध डालने से पहले यदि दूध को हल्का गर्म किया जाए तो क्रीम में वसा अधिक मात्रा में निकलेगी।
क्रीम स्प्रेटर को कम वोल्टेज पर नहीं चलाना चाहिए कम वोल्टेज से उसकी स्पीड में अंतर आ जाता है और स्प्रेटे दूध में अधिक फैट की मात्रा की हानि होती है।
स्प्रेटर में गेयर आयल का ध्यान रखना चाहिए और इसे समय-समय पर बदलते रहना चाहिए।
स्प्रेटर के विभिन्न हिस्सों को सावधानी और कुशलता से जोड़ना और खोलना चाहिए क्योंकि एक भी डिस्क खराब हो जाती है तो क्रीम स्प्रेटर अच्छी तरह काम नहीं करेगा।