धरती का आंगन महके कर्मज्ञान-विज्ञान से।
ऐसी सरिता करो प्रवाहित खिले खेत सब धान से।।
इसका भावार्थ बताईऐ।
Answers
Answered by
61
Explanation:
भावार्थ — कवि कहता है कि धरती का आंगन कर्मरूपी ज्ञान और विज्ञान की सुगंध से महक उठे। चारों तरफ ज्ञान की ऐसी सरिता प्रवाहित हो कि खेत-खलिहान, बाग-बगीचे, नगर-गाँव सब खिल उठें।
plz Mark me as a brain list
vanshika04ingmailcom:
wow
Answered by
4
Explanation:
what is cell?
jo. in fast $ £. x
848 7795 4685(s5ehEv)
what is cell?
Similar questions