उज्जनीयाम् एकः निर्धनः ब्राह्मणः
आसीत्। तस्य परिवारे-सः, पत्नी:,
पुत्राः च आसन्। एकदा तस्य पत्नी क्रोधे
अकथयत्-पुत्राः बुभुक्षिताः। गच्छ,
भोजनं आनय। सः ग्रामात् बहि: गत्वा
वने प्राविशत् परं किञ्चिदपि नालभत्।
पिपासितः इतस्ततः भ्रमन् एकं कूपं
अपश्यत। I want meaning in hindi please help
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उज्जैन नगरी में एक निर्धन ब्राह्मण रहा करता था। वह ब्राह्मण के परीवार में उसकी पत्नी और पुत्र थे। एक बार उस ब्राह्मण की पत्नी ने क्रोधित होकर कहा, "अपना पुत्र भुक से व्याकुल हो रहा हे। जाओ भोजन की व्यवस्था करो।" ब्राह्मण यह बात सुनकर बाहर भोजनकी व्यवस्था करने चला पडा। चलते चलते उसका वन में प्रवेश कब हुआ उसेही पता नही चला। प्यासा वह ब्राह्मण यहा वहां देखता वो एक (?) के पास पहुंचा।
Explanation:
कूपः means well
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