उपराष्ट्रपति के कार्य एवं शक्तियों के बारे में व्याख्या करें।
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Answer:
उपराष्ट्रपति का पद राष्ट्रपति के बाद सबसे बड़ा पद होता है, उपराष्ट्रपति के निम्नलिखित कार्य एवं अधिकार शक्तियां हैं...
राज्यसभा का पदेन सभापति — उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति होता है, यद्यपि वो राज्यसभा का सदस्य नहीं होता, इसकारण उसे मतदान का अधिकार नहीं होता है, लेकिन यदि किसी विषय पर पक्ष और विपक्ष दोनों के एकदम बराबर मत हो तो वह निर्णायक मत कर सकता है।
राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में उसके पद का कार्यभार संभालना — उपराष्ट्रपति निम्न परिस्थितियों में राष्ट्रपति के पद का कार्यभार संभाला है...
राष्ट्रपति की मृत्यु हो जाने पर अगला राष्ट्रपति नियुक्त होने तक।
किसी कारणवश राष्ट्रपति के त्यागपत्र देने पर अगला राष्ट्रपति नियुक्त होने तक। राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग चलाए जाने के कारण राष्ट्रपति के पदच्युत होने जाने पर।
किसी बीमारी या किसी अन्य कारण से राष्ट्रपति की थोड़े समय के लिए कार्य असमर्थता की स्थिति में।
Explanation:
राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में उसके पद का कार्यभार सँभालना- उपराष्ट्रपति निम्न चार स्थितियों में राष्ट्रपति पद का कार्यभार सँभालता है- राष्ट्रपति की मृत्यु हो जाने पर, राष्ट्रपति के त्यागपत्र देने पर महाभियोग के कारण राष्ट्रपति की पदच्युति पर अन्य किसी कारण से उत्पन्न राष्ट्रपति की असमर्थता की स्थिति में जैसे रोग