'उत्साह' कविता में निराला ने बादल का किन किन अर्थो मे प्रयोग किया है। Answer fast this question is of class 10 cbse hindi
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'उत्साह' कविता में निराला ने बादल का किन किन अर्थों मे प्रयोग किया है।
‘उत्साह’ कविता में कवि ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ में जीवन में सकारात्मक को अपनाने का संदेश दिया है।
व्याख्या :
उत्साह कविता में कवि ने बादलों के माध्यम से यही संदेश देने का प्रयत्न किया है। बादल उत्साह और ऊर्जा एवं उमंग का प्रतीक है वह घोर गर्जना करते हैं और बरसते हैं जिससे मन में उत्साह का भाव का संचार होता है।
बादलों के द्वारा यही संदेश देने का प्रयत्न किया है कि जीवन में जब भी निराशा रूपी गर्मी छाने आती है तब उत्साह और आशा के रूप में बादल आ कर निराशा रूपी गर्मी को दूर करते हैं। इस कविता के माध्यम से कवि ने युवा पीढ़ी में उमंग और उत्साह बढ़ने की कोशिश की है।
जब लोग तपती गर्मी में बेहाल हो जाते हैं और चारों तरफ सूरज अपना प्रकोप दिखा रहा होता है ऐसे समय में बादल आते हैं और गरज कर लोगों में गर्मी से हो रही व्याकुलता को खत्म करते है।
Answer:
उत्साह कविता में निराला नहीं बादल को तीन अर्थों में प्रयोग किया है :
1 क्रांति के दूध और समाज में बदलाव लाने हेतु लोगों में उत्साह भरने वाले के रूप में ।
2 लोगों के कष्ट और ताप हर कर शीतलता देने वाले ।
3 जल बरसाने वाली शक्ति विशेष के रूप में।
Explanation:
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