उत्तर दीजिए ( लगभग 100 से 150 शब्दों में) ग्रामीण बंगाल के बहुत से इलाकों में जोतदार एक ताकतवर हस्ती क्यों था?
Answers
ग्रामीण बंगाल के बहुत से इलाकों में जोतदार एक ताकतवर हस्ती निम्न कारणों से थे :
(1) जोतदार के पास जमीन का विस्तृत भाग था।
(2) जमींदारों के विपरीत जोतदार गांव में ही रहते थे और गरीब ग्राम वासियों पर सीधे अपने अधिकार का प्रयोग करते थे।
(3) जोतदार जमींदारों को राजस्व देने से रैयतों को रोकते थे।
(4) जोतदार लोग कृषि के साथ-साथ स्थानीय व्यापार और साहूकार के कारोबार पर भी नियंत्रण रखे हुए थे।
(5) जमीदारों द्वारा राजस्व वसूली के समय किसानों की ओर से जबरन वसूली के विरुद्ध जोतदार ही आवाज उठाते थे, जिसके कारण किसान इनके पक्षधर हो गए थे, हालांकि ये राजस्व के विरुद्ध अपनी आवाज स्वार्थ वश भी उठाते थे।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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ग्रामीण बंगाल के अधिकतर इलाकों में जोतदारों के एक ताकतवर हस्ती होने के अनेक कारण थे, जो कि इस प्रकार थे..
- जब 19वीं शताब्दी की शुरुआत हुई तो शुरुआती वर्षों में जोतदारों ने जमीन के बड़े-बड़े भूखंडो को हासिल कर लिया था।
- 18 वीं सदी के अंत तक अनेक जमीदार आर्थिक संकट की स्थिति से गुजर रहे थे जबकि दूसरी ओर जोतदार आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे थे और धनवान किसानों के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करते जा रहे थे।
- ऐसे जोरदार अक्सर अपनी जमीन बटाई पर दे देते थे और उनके उनके माध्यम से जमीन जुतवाते। यह बटाईदार कुल पैदावार का आधा हिस्सा जो जोतदारों को देते थे।
- बहुत सारे जोतदारों के मामले में ऐसा था कि ये जोतादार जमींदारों से अधिक प्रभाव रखते थे।
- कई गांव में जोतदार जमींदारों की तुलना में अधिक प्रभाव रखते थे, ऐसे जोतदार जमीदारों की तरह नगरों में नहीं बल्कि गांवों में रहते थे, इस तरह वह गांव के लोगों के सीधे संपर्क में रहकर उन पर सीधा नियंत्रण रखते थे।
- जब जमींदार लोग लगान बढ़ाते तो जोतदार इन जमींदारों का विरोध करते। इस तरह जमीन जोतने वाले यानि रैयतो पर जोरदार अपना प्रभाव जमा लेते और यह रैयत लोग जोतदारों के पक्ष में हो जाते।
- रैयत लोग जोतदारों के कहने पर लगान का भुगतान जमींदारों को बहुत देर से करते और इस वजह से समय पर धन जमा न होने के कारण जमींदारों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती और जब जमींदारों की हालत खस्ताहाल हो जाती और उनकी जमीनों की नीलामी होती तो यही जोतदार बटाईदार आदि के सहयोग से उन जमीनों को खरीद लेते थे।
यह निम्नलिखित तथ्य थे, जिसके कारण ग्रामीण बंगाल के बहुत से इलाकों में जोतदार एक ताकतवर हस्ती हुआ करते थे।
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