उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में) कृषि उत्पादन में महिलाओं की भूमिका का विवरण दीजिए।
Answers
कृषि उत्पादन में महिलाओं की भूमिका का विवरण निम्न प्रकार से है -
मुगलकालीन कृषि आधारित समाज में महिलाओं ने अनेक भूमिका निभाई जिन्हें निम्नलिखित अवतरणों से समझाया जा सकता है :
- छोटी-छोटी ग्रामीण इकाइयों और किसान की व्यक्तिगत खेती के विकास के कारण खेत में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि हुई। कृषि क्षेत्र में सक्रियता के कारण महिलाएं उत्पादन के आधार के रूप में उभरी।
- उस समय महिलाएं और पुरुष आपस में मिलकर खेतों में कार्य करते थे । पुरुष खेत में हल चलाते थे तथा महिलाएं बुआई, निराई तथा कटाई का कार्य करती थी । इसके अतिरिक्त पकी फसलों से अनाज निकालना महिलाओं का ही कार्य था।
- कपड़ों पर कढ़ाई जैसे दस्तकारी के काम उत्पादन के ऐसे पहलू है जो महिलाओं के श्रम पर निर्भर होते थे।
- सूत काटना, बर्तन बनाने के लिए मिट्टी को साफ करना और गूंथना, रंगरेजी इत्यादि का कार्य महिलाएं करने लगी।
- किसान और दस्तकार महिलाएं आवश्यकता पड़ने पर न केवल खेतों में कार्य करती थी बल्कि काम देने वालों के घरों पर और और बाजारों में भी जाती थी ।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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Explanation:
कृषि उत्पादन में महिलाओं की भूमिका ... महिलाएँ मुख्य रूप में बुआई, निराई तथा कटाई का काम करती थीं और पकी हुई फ़सल का दाना निकालने में भी सहयोग प्रदान करती थीं।
उत्पादन के कुछ पहलू;
- जैसे-सूत कातना, बरतन बनाने के लिए मिट्टी को साफ़ करना और गूँधने, कपड़ों पर कढ़ाई करना आदि मुख्य रूप से महिलाओं के श्रम पर ही आधारित थे।