World Languages, asked by mamtabalh, 4 hours ago

(v) गुणाः निर्गुणं प्राप्य के भवन्ति?
(क) सगुणाः
(ख) दोषा:
(ग) निर्गुणाः
(घ) निर्दोषा:​

Answers

Answered by PreetVaishnav00
3

ते निर्गुणं प्राप्य भवन्ति दोषाः । समुद्रमासाद्य भवन्त्यपेयाः ।। इसका अर्थ है कि अच्छे व्यक्ति उस नदी के समान हैं, जो नदी पर्वतों से निकलती है, जिसका जल स्वादिष्ट होता है, जिसे सभी पसन्द करते हैं; परन्तु जब वही नदी समुद्र में जाकर मिल जाती है, तो उसका जल खारा हो जाता है, फ़िर उसके जल को कोई पसन्द नहीं करता।

Answered by n7428950879
2

Answer:

गुणा गुणज्ञेषु गुणा भवन्ति

ते निर्गुणं प्राप्य भवन्ति दोषाः ।

सुस्वदुतोयाः प्रवहन्ति नद्यः

समुद्रमासाद्य भवन्त्यपेयाः ।।

Similar questions