विद्यार्थी नैतिक गुणों के विकास हेतु योग के
भूमिका
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नैतिक शिक्षा एवं योग शिक्षा विद्यार्थियों को उन निर्धारित मूल्यों से अपने जीवन में अनपाकर जीवन की तमाम समस्या के समाधान के लिए अडिग रहकर संघर्ष हेतु सक्षम बनाती है। योग शिक्षा एवं नैतिक शिक्षा एक साधन है और इस साधन का प्रमुख उद्देश्य व्यक्ति के व्यवहार संबंधी क्रियाओं-कलाओं, अध्यात्म का ज्ञान कराना है।
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