Vartmaan stabdi mai bharat ki pramukh vegiyanik uplabhdiya
Answers
Answered by
0
your answer⭐️⭐️⭐️
वर्तमान भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियां |
अनेक क्षेत्रों में भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियां रही है, यदि सर्वोच्च सम्मान नोबल पुरस्कार को देखे तो 1930 में सी. वी. रमन, 1968 में हर गोविन्द खुराना, 1983 में सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर, 2009 में वेंकटरामन रामकृष्णन को पुरुस्कृत किया गया.भारत में विकसित और आविष्कृत कुछ वस्तुएं निम्नलिखित है. बटन, काजल, कैलिको, चतुरंग, छींट, केस्कोग्राफ, क्रुसिबल, इस्पात, मापनी, शैम्पू, नील रंजक, चीनी का परिशोधन (रिफाइनमेंट) परखनली शिशु आदि.
1974 में पोकरण में भारत का पहला भूमिगत परमाणु परीक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ एवं 1998 में खातोलाई में दूसरा परीक्षण किया गया.
1975 में भारत का प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट प्रक्षेपित हुआ. भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संघटन (ISRO) ने भारत में निर्मित SLV-3 से रोहिणी नामक उपग्रह का प्रक्षेपण किया. भारतीय क्रायोजेनिक इंजन का उपयोग कर 2014 में GSLV-DS का प्रक्षेपण किया गया.
22 अक्टूबर 2008 में भारत का प्रथम चन्द्र मिशन चंद्रयान-1 लांच किया. चन्द्रमा पर यान भेजकर एवं वहां पानी की प्राप्ति का नया खोज करके इस युग में भारत ने अपनी सशक्त उपस्थति दर्ज करा दी है. 24 सितम्बर 2014 को मंगल कक्षीय मिशन (mars orbital mission) लोंच किया गया.
ISRO द्वारा भारतीय प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी-29 से नौ भिन्न देशों के 23 विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण 16 दिसम्बर 2015 को किया गया था. इसका प्रक्षेपण श्री हरिकोटा के सतीशधवन अन्तरिक्ष केंद्र स्थित प्रथम लांच पेड से किया गया.
भारतीय योग दर्शन से प्रभावित होकर विश्व स्तर पर UNO ने 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने का निर्णय लिया, यह भारत के लिए गौरव का विषय है. इस प्रकार भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में अपनी भूमिका प्रदर्शित की है. तथा अनेक भारतीय विश्व के प्रत्येक कोने में पहुच कर अपने ज्ञान और विज्ञान से सम्पूर्ण वसुधा को लाभान्वित करने हेतु कार्य कर रहे है.
विज्ञान के नवीनतम क्षेत्रों में अभी अभी आविष्कार व खोज की संभावनाएं है, अतः भारतीयों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ना है.
⭐️⭐️⭐️⭐️hope this helps you
वर्तमान भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियां |
अनेक क्षेत्रों में भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियां रही है, यदि सर्वोच्च सम्मान नोबल पुरस्कार को देखे तो 1930 में सी. वी. रमन, 1968 में हर गोविन्द खुराना, 1983 में सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर, 2009 में वेंकटरामन रामकृष्णन को पुरुस्कृत किया गया.भारत में विकसित और आविष्कृत कुछ वस्तुएं निम्नलिखित है. बटन, काजल, कैलिको, चतुरंग, छींट, केस्कोग्राफ, क्रुसिबल, इस्पात, मापनी, शैम्पू, नील रंजक, चीनी का परिशोधन (रिफाइनमेंट) परखनली शिशु आदि.
1974 में पोकरण में भारत का पहला भूमिगत परमाणु परीक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ एवं 1998 में खातोलाई में दूसरा परीक्षण किया गया.
1975 में भारत का प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट प्रक्षेपित हुआ. भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संघटन (ISRO) ने भारत में निर्मित SLV-3 से रोहिणी नामक उपग्रह का प्रक्षेपण किया. भारतीय क्रायोजेनिक इंजन का उपयोग कर 2014 में GSLV-DS का प्रक्षेपण किया गया.
22 अक्टूबर 2008 में भारत का प्रथम चन्द्र मिशन चंद्रयान-1 लांच किया. चन्द्रमा पर यान भेजकर एवं वहां पानी की प्राप्ति का नया खोज करके इस युग में भारत ने अपनी सशक्त उपस्थति दर्ज करा दी है. 24 सितम्बर 2014 को मंगल कक्षीय मिशन (mars orbital mission) लोंच किया गया.
ISRO द्वारा भारतीय प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी-29 से नौ भिन्न देशों के 23 विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण 16 दिसम्बर 2015 को किया गया था. इसका प्रक्षेपण श्री हरिकोटा के सतीशधवन अन्तरिक्ष केंद्र स्थित प्रथम लांच पेड से किया गया.
भारतीय योग दर्शन से प्रभावित होकर विश्व स्तर पर UNO ने 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने का निर्णय लिया, यह भारत के लिए गौरव का विषय है. इस प्रकार भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में अपनी भूमिका प्रदर्शित की है. तथा अनेक भारतीय विश्व के प्रत्येक कोने में पहुच कर अपने ज्ञान और विज्ञान से सम्पूर्ण वसुधा को लाभान्वित करने हेतु कार्य कर रहे है.
विज्ञान के नवीनतम क्षेत्रों में अभी अभी आविष्कार व खोज की संभावनाएं है, अतः भारतीयों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ना है.
⭐️⭐️⭐️⭐️hope this helps you
Similar questions