वद भो! किमिदम् दूरदर्शनम्?
नहि नहि नहि एतत् सङ्गणकम्।
श्याम! वद त्वं किं विदधाति?
प्रश्नानामुत्तरं ददाति।
Answers
Answered by
1
Answer:
त्रिविधं नरकस्येदं द्वारं नाशनमात्मनः । कामः क्रोधः तथा लोभ स्तस्मादेतत्त्रयं त्यजेत् ॥ काम, क्रोध, तथा लोभ – ये तीन नर्क के द्वार, आत्मा की अधोगति करनेवाले हैं; इस लिए इनका त्याग करना चाहिए ।
Similar questions