VI)
निम्नलिखित अनुच्छेद पढ़कर उसपर आधारित प्रश्नों के
उत्तर लिखिए:
हमेशा बढ़ते चलो। मरते दम तक गरीबों और पददलितों के
लिए सहानुभूति-यही हमारा आदर्श वाक्य है। वीर युवकों! बढ़े चलो।
ईश्वर के प्रति आस्था रखो। किसी चालबाज़ी की आवश्यकता नहीं,
उससे कुछ नहीं होता। दुखियों का दर्द समझो और ईश्वर से सहायता की
प्रार्थना करो
- वह अवश्य मिलेगी। युवकों! मैं गरीबों, मूों और
उत्पीडितों के लिए इस सहानुभूति और प्राणपण प्रयत्न को थाती के तौर
पर तुम्हें अर्पण करता हूँ। प्रतिज्ञा करो कि अपना सारा जीवन इन तीस
करोड़ लोगों के उद्धार-कार्य में लगा दोगे, जो दिनोंदिन अवनति के गर्त में
गिरते जा रहे हैं। यदि तुम सचमुच मेरी संतान हो, तो तुम किसी वस्तु से
नडरोगे, न किसी बात पर रुकोगे। तुम सिंहतुल्य होगे। हमें भारत को
और पूरे संसार को जगाना है।
प्रश्न: १) हमारा आदर्श वाक्य क्या है?
२) किसके प्रति आस्था रखनी चाहिए?
३) किसकी आवश्यकता नहीं है?
४) तुम किसके समान होगे?
५) हमें किसे जगाना है?
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Answer:
1)हमेशा बढ़ते चलो l मरते दम तक गरीबों और पद दलितों के लिए सहानुभूति l यहीं हमारा आदर्श वाक्य है l
2)ईश्वर के प्रति आस्था रखनी चाहिए l
3)किसी चालबाजी की आवश्यकता नहीं है l
4)तुम सिंह के समान होगे l
5)हमें भारत को और पूरे संसार को जगाना है l
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