vishwa mahamari corona ka jiwan shaili par parbhw nibdh
Answers
Answer:
सार्क देशों के सम्मेलन में पीएम मोदी ने अन्य देशों के प्रमुख नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना से सभी देशों को साथ मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि भारत में जागरूकता अभियान चल रहा है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधान रहने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जैसा कि हम इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं, मैं इस वायरस के प्रसार से निपटने के भारत के अनुभव को संक्षेप में साझा करना चाहूंगा। हमारा मार्गदर्शक मंत्र है- ‘तैयारी करो, मगर घबराओ नहीं। कोरोना को लेकर सार्क देशों के सम्मेलन में पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा उठाया। पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए कश्मीर से पाबंदियां हटाई जानी चाहिए।
ADVERTISEMENT
बता दें कि परिवार और स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय ने बताया कि रविवार (15 मार्च, 2020) दोपहर 12 बजे तक कोरोना के 19 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इससे देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 107 पहुंच गई। इससे पहले कोच्चि हवाईअड्डे पर दुबई जाने वाले एक विमान के कम से कम 289 यात्रियों को रविवार को उड़ान भरने से कुछ देर पहले उतार लिया गया। यात्रियों में से एक ब्रिटिश नागरिक के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद यह कदम उठाया गया।
कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के प्रवक्ता ने बताया कि यह यात्री 19 लोगों के उस समूह का हिस्सा है जो केरल के मुन्नार शहर में छुट्टियां मना रहा था और निगरानी में था। उन्होंने बताया कि वह मुन्नार में अधिकारियों को सूचित किए बगैर कोच्चि हवाईअड्डा पहुंचने के लिए समूह में शामिल हो गया।।
Explanation:
- plsease mark me as branlist
कोरोना एक प्राण घातक रोग है और इससे बचाव ही इसकी दवा है। यह रोग चीन के वुहान शहर से शुरू हो कर पूरे विश्व में फ़ैल गया और इतना विकराल हो गया की भारत जैसे देश को पूरी तरह बंद घोषित कर दिया गया।
कोरोना एक जान लेवा बीमारी है, जो कभी भी और किसी को भी हो सकता है। यह एक ऐसी बीमारी है जो सीधे तौर पर आपके स्वशन तंत्र को प्रभावित करती है। और इस बीमारी से सारी दुनिया बुरी तरह प्रभावित है। डब्लू एच ओ इसे महामारी घोषित कर चुकी है। इसके शुरुवाती लक्षण फ्लू जैसे ही होते हैं जो धीरे-धीरे एक विकराल रूप धारण कर लेता है।इससे बचाव के लिए सभी देशों ने कई नियमों को लागू किया है, जिससे इस महामारी को काबु किया जा सके।
कोरोना से लड़ाई मे सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका सरकार की और उस देश के लोगों की है। डब्लू एच ओ ने भी सावधानियों की सूची निकाली है जिसे सभी देश अपने परिस्थितियों के अनुसार पालन कर रहे हैं।उनमें से कुछ हैं, हमेशा अपने हाथ धोना। सबसे 5 से 6 फिट की दूरी बना कर रहना
और मास्क लगाना।
कोरोना ने पूरे विश्व के अर्थव्यस्था को हिला दिया है और भारत, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इरान, और लगभग सभी देश इसके चपेटे में आ चुके हैं। कोरोना ने आम लोगों की जिंदगी ही बदल डाली है। सभी तौर-तरीके बदल चुके हैं, अब लोगों के लिए मास्क फैशन सा हो गया है,लेकिन कुछ लोग अभी भी खुद को इस प्रवृत्ति के अनुकूल ढालने मे असमर्थ हैं इसके कारण स्कूल की पढ़ाई का माध्यम ऑनलाइन कर दिया गया है,कुछ लोग ऑनलाइन काम कर रहे हैं और कई व्यवसाय भी ऑनलाइन ही सुविधा प्रदान कर रहे हैं जिससे लोगों की कठिनाइयों का हल हो रहा है। जाहिर है कि लोगों को इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इस महामारी से जीत के लिए यह एक मात्र उपाय है. दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना की टीके की तलाश में लगे हुए हैं लेकिन अफ़सोस की बात तो यह है की इतने उन्नति के बावजूद, अब तक इसकी कोई दवा नहीं मिल पायी है।
जब तक इस वायरस का कोई ठोस इलाज नहीं मिल जाता है तब तक हमें सावधानी से रहने की आवश्यकता है।