What is the samas vigraha of "chakrapani"?
Answers
चक्रपाणि का समास विग्रह है :- चक्र है जिसके हाथ में अर्थात विष्णु और समास है ( बहुब्रीहि समास )
समास की परिभाषा :-
'समास' शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है 'छोटा रूप'। अतः जब दो या दो से अधिक शब्द (पद) अपने बीच की विभक्तियों का लोप कर जो छोटा रूप बनाते है, उसे समास, सामाजिक शब्द या समस्त पद कहते है।
किसी समस्त पद या सामासिक शब्द को उसके विभिन्न पदों एवं विभक्ति सहित पृथक् करने की क्रिया को समास का विग्रह कहते है।
जैसे : विद्यालय = विद्या के लिए आलय, माता पिता = माता और पिता
समास छः प्रकार के होते है : -
1. अव्ययीभाव समास
2. तत्पुरुष समास
3. द्वन्द्व समास
4. बहुब्रीहि समास
5. द्विगु समास
6. कर्म धारय समास
बहुब्रीहि समास की परिभाषा :-
बहुब्रीहि समास में कोई भी पद प्रधान नही होता। इसमें प्रयुक्त पदों के सामान्य अर्थ की अपेक्षा अन्य अर्थ की प्रधानता रहती है। इसका विग्रह करने पर 'वाला, है, जो जिसका, जिसकी, जिसके, वह' आदि आते है।
Answer:
It's bahuvrihi samas
Explanation:
chakra ko dharan karne wala